एस.पी.सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड (Jharkhand) विस्थापित संघर्ष मोर्चा का विस्तारित बैठक 5 दिसंबर को रांची में आयोजित किया गया। अध्यक्षता चंद्रदेश सिंह ने किया। बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन का आयोजन रांची के करमटोली स्थित प्रेस क्लब सभागार में आयोजित किया गया।
उपस्थित मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए मोर्चा (Morcha) के अध्यक्ष एवं हजारीबाग के पूर्व सांसद भुनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि सरकार के गठन को 2 साल पूरे हो गए, इसके बाद भी अभी तक विस्थापितों की समस्याओं को लेकर सरकार गंभीर नहीं दिख रही है।
राज्य में अभी तक विस्थापन आयोग का गठन नहीं किया गया है। उन्होंने बताया कि बैठक में सर्व सम्मति से सभी वक्ताओं ने सरकार से मांग किया है कि अविलंब विस्थापन आयोग का गठन कर विस्थापितों की समस्याओं का समाधान करें।
मेहता ने कहा कि 24 विस्थापित संगठन के लोग इस बैठक में शामिल थे। आगे सभी वैसे संगठन जो अभी इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हुए हैं और विस्थापन के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं, सभी संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास किया जाएगा।
साथ ही बैठक में यह भी तय किया गया कि सभी जिलों में विस्थापितों का कन्वेंशन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले साल मार्च तक कम से कम 10 जिलों में जहां विस्थापित तंग और तबाह है वहां सेमिनार का आयोजन किया जाएगा।
जबकि आगामी 24 दिसंबर को मोर्चा के सभी वरीय पदाधिकारी लातेहार जिला के मनिका में जाएंगे, जहां वर्षों से विस्थापन के खिलाफ आंदोलन चल रहा है। बताया गया कि आन्दोलनकारी 2 फरवरी 2022 को कोयलकारो जाएंगे, जहां 2001 में आंदोलन के दौरान 8 लोगों की शहादत हुई थी।
इसी प्रकार जनवरी, फरवरी और मार्च 2022 में झारखंड के बोकारो, जमशेदपुर, हजारीबाग, दुमका, रामगढ़ और चतरा सहित अन्य जिलों में समिति के वरीय पदाधिकारी द्वारा दौरा कर सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा।
उक्त बैठक में मुख्य रूप से वासवी किड़ो, राजेश यादव, इकबाल हुसैन, मुन्नी हांसदा, डॉ मिथलेश दांगी, गणेश प्रसाद महतो, सुफल महतो, खुशबू देवी, सुशांतो मुखर्जी, जितेंद्र सिंह, राम सुंदर महतो, सुभाष चंद्र महतो, अजय कुमार सिंह, डॉ रणधीर कुमार, प्रदीप कुमार सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया। इस मौके पर मोर्चा के लगभग सैकड़ों कार्यकर्ता, पदाधिकारी और सदस्यगण मौजूद थे।
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