कुम्भ मेला की घटना से सबक लेकर पवित्र सिरासीता मेला में ठोस पहल करे सरकार-नायक

एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित कुम्भ मेला में बीते दिनों हुई अव्यवस्था से सबक लेते हुए आदिवासी समाज के सुविख्यात एतिहासिक धार्मिक पवित्र सिरासीता मेला को सफल बनाने की दिशा में झारखंड सरकार ठोस पहल करे।

उपरोक्त बातें 31 जनवरी को आदिवासी मूलवासी जनाधिकार मंच के केन्द्रीय उपाध्यक्ष विजय शंकर नायक द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव तथा पुलिस महानिदेशक को ईमेल भेज कर श्रद्धालुओं के लिए सुगम आवागमन, पेयजल, स्वच्छता, चिकित्सा सेवा, यातायात भीड़ प्रबंधन और विधि-व्यवस्था सुनिश्चित करने की दिशा में ठोस पहल करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि सरकार इस मामले में ठोस कदम उठाए, ताकि देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं को मेला में कोई असुविधा ना हो।

सभी बुनियादी सुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए सभी व्यवस्था को सुनिश्चित की जाए, ताकि हर्षोल्लास के साथ मेला आयोजित हो सके। नायक ने भेजे गए ईमेल संदेश में कहा है कि झारखंड के गुमला जिला के हद में डुमरी प्रखंड स्थित सिरसी गांव में आगामी 3 फरवरी को आयोजित होनेवाले आदिवासी समाज के एतिहासिक पवित्र सिरासीता मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालुओं के आने की संभावना है।

इस हेतु श्रद्धालुओं के सुगम आवागमन, पेयजल, स्वच्छता, चिकित्सा सेवा, यातायात एवं भीड़ प्रबंधन, विश्राम गृह और विधि-व्यवस्था तथा अन्य बुनियादी सुविधाओं और आधारभूत संरचना जिससे कि देश-विदेश से आये लाखों श्रद्धालुओं को मेला में कोई असुविधा ना हो वे सभी बुनियादी सुविधाओं को मद्देनजर रखते हुए तथा कुम्भ मेला में हुए अव्यवस्था से सबक लेते हुए सभी व्यवस्था को सुनिश्चित की जाए। ताकि, हर्षोल्लास के साथ मेला आयोजित हो सके और श्रद्धालुओं को दिक्कतों का सामना न करना पड़े। सिरासीता नाला दर्शन, मेला कार्यक्रम सौ प्रतिशत सफल हो सके।

उन्होंने कहा कि इसी क्रम में उपरोक्त को उनके द्वारा पूर्व में ही ईमेल कर इन बिंदुओं की ओर ध्यान आकृष्ट कराने का कार्य किया जा रहा है, ताकि उक्त मेला स्थल में सफाई, बिजली, शौचालय की व्यवस्था एवं अन्य आधारभूत संरचनाओं का विकास तथा बुनियादी सुविधाओं का जाल बिछाया जा सके।
नायक ने कहा कि गुमला जिला के हद में डुमरी प्रखंड के सिरसी गांव में तीन फरवरी को आयोजित होनेवाले सिरासीता मेला आदिवासी समाज के लिए लौकिक के साथ साथ एतिहासिक धार्मिक आस्था से जुड़ा हुआ पवित्र मेला है।

कहा कि नाला दर्शन एवं पूजा-प्रार्थना कार्यक्रम सिरसीता नाला में आयोजित होगा। मेला मे आए देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए शुद्ध पीने का पानी, आस्थाई शौचालय, टेंट, कुर्सी, टेबल, साउंड, सरकार द्वारा मेला मे मॉनीटरिंग कक्ष के साथ साथ अस्थाई विश्राम गृह भी बनाईं जाए, ताकि इस पवित्र मेले में शामिल होकर सभी श्रद्धालुओं को इस पवित्र मेला में कोई दिक्कत नहीं हो।

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