गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार में जहां शराब बंदी से राज्य सरकार को प्रतिवर्ष करोड़ो के राजस्व की हानि हो रहा है, वहीं पुलिस थानों में तैनात पुलिसवालों की बल्ले बल्ले है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की महत्वाकांक्षी योजना बिहार में शराबबंदी वर्ष 2016 से लागू है। लेकिन पूर्ण शराबबंदी आज भी बिहार में सपना है। शराबबंदी कानून लागू होने से जहां राज्य सरकार को 4000 करोड़ सालाना का नुकसान हो रहा है वही बिहार के न्यायालयों में इससे जुड़े मुकदमों का बोझ बढ़ा है।
लाखों युवक शराब बंदी कानून के चक्कर में जेल जा चुके हैं। उनमे से अधिकांश अपराध की दुनिया मे कदम रख चुके बताए जाते हैं। सैकड़ो रहिवासी जहरीली शराब पीने से बिहार में मर चुके हैं, फिर भी सरकार इस योजना को लागू करने के लिए काफी प्रयत्नशील है। बावजूद इसके अवैध शराब का धंधा पूरे बिहार में अब भी फल फुल रहा है।
बताया जाता है कि वैशाली जिला अवैध शराब के धंधे वालों के लिए स्वर्ग बन गया है। कई एक जिलों को पार कर पंजाब, हरियाणा, बंगाल, नेपाल से अवैध शराब यहां के धंधेबाज धड़ल्ले से मंगा रहे हैं। सूत्रों के अनुसार वैशाली जिले में अवैध शराब के धंधे का इसी से अनुमान लगाया जा सकता है कि गत नवंबर माह में पुलिस द्वारा 11000 लीटर देसी शराब और लगभग 12000 लीटर विदेशी शराब जप्त किया गया।
इस दिसंबर माह में गत सात दिनों के अन्दर वैशाली पुलिस और मध्य निषेध विभाग ने जिले में लगभग 17000 लीटर अवैध विदेशी शराब जप्त किया है, जिससे इस जिले में अवैध विदेशी शराब के धंधे का अनुमान लगाया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार बीते 14 दिसंबर को वैशाली जिला के हद में बेलसर ओपी पुलिस ने 7 वाहन ट्रक, पिकअप पिकअप, बोलेरो, वेगनआर, मैजिक तथा डिजाइनर कार में रखें 2967 लीटर विदेशी शराब बरामद किया। सबसे आश्चर्य की बात है कि इस दौरान एक भी तस्कर पुलिस द्वारा पकड़ा नहीं गया।
इसी प्रकार बीते 10 दिसंबर को बिदुपुर पुलिस द्वारा हाजीपुर महनार रोड के माइल के नजदीक एक कंटेनर पकड़ा गया, जिसमें 1093 कार्टून विदेशी शराब (9676 लीटर) जप्त किया गया। यहां भी एक भी शराब का धंधेबाज पकरा नहीं गया।
वैशाली जिले में जितने भी शराब जप्ति की कार्रवाई पुलिस द्वारा की जाती है उसमें उन्मूलन पुलिस को देखते ही धंधेबाज फरार हो जाते हैं और पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाती। इसका कारण चाहे जो हो यह वैशाली जिला पुलिस के दक्षता पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करता है।
वैशाली जिले में शराब कई एक जिले को पार कर आती है और नि:संदेह शराब माफिया बिना पुलिस के सहयोग से इस जिले में शराब नहीं मंगा सकते। ध्यान देने योग्य है कि शराब के इस अवैध धंधे में पुलिस भी संलिप्त देखी जा रही है।
पिछले दिनों सराय थाना प्रभारी और कई एक पुलिसकर्मी शराब के धंधे में लिप्त होने की वजह से जेल जा चुके हैं। इन सब के बावजूद भी वैशाली जिले में शराब का अवैध धंधा नहीं रुक रहा है।
257 total views, 1 views today