विस्थापित समन्वय समिति और ढोरी एरिया प्रबंधन की बैठक बेनतीजा
प्रहरी संवाददाता/फुसरो (बोकारो)। विस्थापित समन्वय समिति बेरमो कोयलांचल के साथ ढोरी जीएम एम के अग्रवाल (MK Agrawal) की उपस्थिति में 15 सूत्री मांगों पर 9 फरवरी को ढोरी ऑफिसर्स क्लब (Officers club) में त्रिपक्षीय वार्ता बेनतीजा रहा। किसी बिंदु पर सहमति नही बनी।
बैठक में ढोरी जीएम मनोज कुमार अग्रवाल ने कहा कि कोयला उत्पादन में विस्थापितों का अहम योगदान है। पिछरी, अगंवाली और अमलो बस्ती के रैयतो द्वारा जमीन दिए जाने पर कोलियरी का विस्तारीकरण संभव है।
प्रबंधन विस्थापितों को वाजिब अधिकार देगी। कंपनी के नियमानुसार नौकरी, मुआवजा और पुनर्वास देने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विस्थापितों के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। कहा कि सीसीएल जिस जमीन पर कोयला उत्पादन कर रही है। अगर वह विस्थापित की है तो जमीन का सत्यापन करा कर दे।
कोल इंडिया आरआर पॉलिसी (Coal India RR Policy) के अनुसार नौकरी, मुआवजा और पुनर्वास दिया जाएगा। सीसीएल मुख्यालय स्तर की मांग को अग्रसारित किया जाएगा। बैठक में विस्थापित नेता काशीनाथ केवट और सूरज महतो ने कहा कि बेरमो कोयलांचल के विस्थापितों के प्रति सीसीएल प्रबंधन गंभीर नहीं है।
नियोजन, पुनर्वास और मुआवजा देने में टालमटोल कर रहा है। जिससे उनका हक मारा जा रहा है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वक्ताओं ने कहा कि विस्थापित आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। रोजगार के लिए दूसरे राज्य जाने को मजबूर हो रहे हैं।
कुशल – अकुशल व शिक्षित नौजवान काम की तलाश में भटक रहे हैं। विस्थापितों की जमीन पर कोयला खनन कराकर सीसीएल करोड़ों का मुनाफा अर्जित कर रही है। विस्थापितों को वाजिब अधिकार देने के बजाय प्रबंधन सिर्फ आश्वासन देता रहता है।
मौके पर क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन प्रतुल कुमार, एसडीओसीएम कल्याणी के पीओ कुमार सौरभ व एएडीओसीएम अमलो के पीओ बी के गुप्ता, एसओ पीएंडपी आशीष अंचल, आदि।
एसओसी सतीश सिन्हा (MOC Satish Sinha), सीएसआर अधिकारी शैलेश कुमार, एलएडंआर बी सी मजुमदार, क्षेत्रिय सुरक्षा पदाधिकारी सीताराम यूके सहित सूरज पासवान, बिरेंद्र करमाली, चंदन राम आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
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