रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। जैन धर्मावलंबियों ने विश्व शांति, सहयोग और परस्पर बंधुत्व के संदेश को मुखर करने के उद्देश्य से नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप किया।
यह विशेष अनुष्ठान बोकारो के सेक्टर-टू स्थित तेरापंथ भवन में 9 अप्रैल को आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम न केवल भारत में, बल्कि विश्व के लगभग 108 देशों में एक साथ आयोजित किया गया, जिससे इसकी वैश्विक महत्ता सिद्ध होती है।
जैन मिलन के अध्यक्ष संजय वैद्य ने कहा कि नवकार महामंत्र के उच्चारण से व्यक्ति की अंतर्चेतना जागृत होती है। उन्होंने बताया कि यह महामंत्र जैन धर्म का प्राण तत्व है, जिसकी वैज्ञानिकता इसकी शब्द संरचना में निहित है। इसके जप से मानसिक एवं शारीरिक रोगों से मुक्ति संभव है। पूर्व सचिव श्याम जैन ने इस बात पर ज़ोर दिया कि नवकार महामंत्र की आराधना में जप, भक्ति और ज्ञान का समन्वय होना चाहिए। वहीं जैन मिलन के सचिव आलोक जैन ने कहा कि यह अनुष्ठान पंथ और संप्रदाय से ऊपर उठकर आत्मिक चेतना के जागरण का माध्यम बना।
जैन श्वेताम्बर तेरापंथी सभा के अध्यक्ष बिनोद चोपड़ा ने नवकार महामंत्र को पूर्णतः शुद्ध और सात्विक बताते हुए कहा कि इसकी साधना चेतना के विकास का मार्ग है। यह अनुष्ठान सुबह 8 बजे से 9:38 तक चला।
इस अवसर पर डॉ. महेंद्र जैन, सुभाष जैन, सुशील वैद्य, चंदन बांठिया, अंकित जैन, विमल जैन, विपुल मेहता, सतीश जैन, कमल जैन, विमल सेठ, काकू भाई, दीपक जैन, जयचंद बांठिया, राजेश कोठारी, अजय लूंकड, निर्मल रामपुरिया, शांतिलाल लोढ़ा, कमलकांत जैन, विकास जैन, अनिमेष जैन, प्रदीप बैसाखियां, केतन मेहता, तेजस ध्रुव, मानिक छल्लानी, सुरेंद्र जैन सहित बड़ी संख्या में महिलाएं और जैन समाज के गणमान्यजन उपस्थित थे।
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