छात्र व् शिक्षाहित को ले संघर्षशील रहने वाला संगठन है आइसा-सुरेंद्र प्रसाद सिंह
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। छात्र एवं शिक्षाहित को लेकर हमेशा संघर्षरत रहने वाला संगठन है आइसा। आज केंद्र सरकार की छात्र विरोधी नीति से शिक्षा व्यवस्था चौपट हो रहा है। उक्त बाते आइसा समस्तीपुर जिला प्रभारी सह भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने ताजपुर के एलकेवीडी कालेज में छात्र संगठन आइसा की जीबी बैठक को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि आज उच्च शिक्षा को निजी हाथों में सौंपा जा रहा है। महंगी शिक्षा आमजनों के पहुंच से दूर हो रही है। उन्होंने कहा कि शिक्षा जितनी महंगी होगी- जनता उतनी अनपढ़ होगी का नारा एक बार फिज़ा में गुंजने लगा है। कहा कि यूनिवर्सिटी की जमीन बेचने की साज़िश चल रही है। रोजगार परक शिक्षा के नाम पर सरकार पक्की नौकरी से खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा कि आइसा शिक्षा, रोजगार से लेकर आमजनों के जिंदगी से जुड़े सवालों को लेकर भी संघर्षरत रहती है। यही कारण है कि जेएनयू, डीयू, एचसीयू, इलाहाबाद, जामिया मिलिया से लेकर केंद्रीय व् राज्यों में स्थित तमाम यूनिवर्सिटी में संघर्षरत है। अतः एलकेवीडी कालेज में भी आइसा को मजबूत करने का कार्यभार कार्यकर्ताओं को लेना चाहिए।
बैठक की अध्यक्षता मो. जावेद, मो. आरिफ, प्रभात रंजन गुप्ता की अध्यक्ष मंडली जबकि संचालन मो. साकीब ने किया। इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता मो. एजाज, लड्डन अफरीदी, मो. सैफ, मो. सरफराज, मो. राजा, मो. तबारक, नीतू कुमारी, नाजिया परवीन, चंदन कुमार, अभय कुमार, नेहा कुमारी आदि ने बैठक में अपने विचार व्यक्त किया।
अंत में एक प्रस्ताव पारित कर आगामी 24 सितंबर को एलएनएमयू दरभंगा यूनिवर्सिटी घेराव में 10 छात्रों को भाग लेने समेत वर्ष 2024 के छात्र संघ चुनाव में मजबूती से हस्तक्षेप करने का निर्णय लिया गया।
साथ हीं गंगापुर फर्जी चिकित्सक द्वारा रेप की कोशिश के दौरान लिंग काटने वाली साहसी नर्स को सम्मानित करने, हकीमाबाद में कथित छात्रा रेप व हत्याकांड के खिलाफ आंदोलन चला रहे आंदोलनकारियों को जेल भेजने की पुलिस कारवाई की निंदा करते हुए जेल से रिहा करने एवं उक्त कांड में पुलिस की संदिग्ध भूमिका की भी जांच कर कार्रवाई करने की मांग की गई।
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