गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। माह भादो भी बिता लेकिन वैशाली जिले के किसान वर्षा के लिये टकटकी लगाए रह गए। अब कहीं जाकर हल्की बर्षा की फुहार ने किसानों के हृदय में हलचल मचाना शुरु कर दिया है।
ज्ञात हो कि, वैशाली जिले के पश्चिम में स्थित गण्डक नदी और जिले के दक्षिण में स्थित गंगा नदी में उफान है। अंग्रेजो के समय नदी में बाढ़ के समय खेतो में सिंचाई के लिये लगाए गये फाटक अब स्लूइस गेट बंद पड़े हुए हैं, क्योंकि इस गेट से जाने वाले पानी के रास्तों नहर को रहिवासियों ने जगह जगह अतिक्रमण कर भर दिया है।
अब नहर पर घर औऱ दर्जनों बथान (गौशाला) बने हुए हैं। जिस वजह से लालगंज, हाजीपुर और वैशाली अंचल स्थित फाटक को नही खोला जा सका है।
वैसे भी जिले में बारिश कम होने से किसानों ने इस वर्ष धान की फसल बहुत कम लगाया। जो लगाए भी उनमें जिनके पास सिचाईं का साधन नहीं था उनके फसल सुख गये। जिले के किसी चवर, गड्ढे, तालाब में पानी नहीं रहने से सब सूखे पड़े हैं।
अब किसानों ने धान की आशा छोर कर तम्बाकू और रबी फसल के लिये खेतो की तैयारी शुरु कर दिया है। जानकारी के अनुसार इधर एक सप्ताह से जिले में बादल ऊमर घूमर रहे हैं। थोड़ी बहुत वर्षा भी हो रही है। जिससे किसानों में रबी फसल की आस जगी है।
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