एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड की राजधानी रांची के सेक्टर दो धुर्वा में बीते 20 सितंबर को अखिल विश्व गायत्री परिवार की प्रांतीय समन्वय समिति एवं उप ज़ोन समन्वयकों की एक विशेष बैठक का आयोजन किया गया।
प्रांतीय जोनल कार्यालय धुर्वा स्थित गायत्री शक्तिपीठ में झारखंड ज़ोन समन्वयक रामनरेश प्रसाद की अध्यक्षता में उक्त बैठक की गयी।
बैठक में सर्व सम्मति से शांतिकुंज हरिद्वार की अपेक्षा के अनुरूप अगले वर्ष 24 से 28 जनवरी तक आयोजित होने वाले अश्वमेध महायज्ञ में झारखंड प्रांत की ओर से जन सहयोग एवं आर्थिक सहयोग से भोजनालय संचालित करने का निर्णय लिया गया।
बैठक में माताजी की जन्म शताब्दी वर्ष 2026 तक झारखंड के हर घर, गाँव तक गायत्री एवं यज्ञ को पहुँचाने के संकल्प को दुहराया गया। प्रांत स्तर पर पूज्य गुरुदेव के विचारों कार्यक्रमों को जन जन तक पहुँचा कर मानव में देवत्व जागरण एवं धरती का स्वर्गीय वातावरण निर्माण करने हेतु एक प्रचार साधनों से सुसज्जित चलन्त वाहन की आवश्यकता समझी गई।
इस आवश्यकता की पूर्ति हेतु टाटा गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी प्रभात राव ने करने की घोषणा की। उन्होंने हर ज़िले से स्वैच्छिक आर्थिक सहयोग की भी अपेक्षा की।
बैठक में मुख्य रूप से धुर्वा गायत्री शक्तिपीठ के व्यवस्थापक जटाशंकर झा, उप जोन समन्वयक बुद्धन प्रसाद वर्मा, रघुनन्दन साहू, लखनलाल प्रजापति, राजेंद्र प्रसाद जयसवाल, विमल कुमार सुमन, प्रमोद कुमार, कामेश्वर प्रसाद सिंह, बासुकीनाथ राय, गणेश भगत, कृष्णकांत मिश्रा, पारसनाथ तिवारी, डॉक्टर ललिता राणा, डालिया भट्टाचार्यं, सुरेश लाल, चंद्रभूषण प्रसाद आदि उपस्थित थे।
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