पेड़-पौधे मानव को काल में भूखे मरने नहीं देते-रेंजर
सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। झारखंड राज्य (Jharkhand State) के घने वन क्षेत्र पूर्वी एवं पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में सारंडा वन प्रमंडल द्वारा गुवा वन प्रक्षेत्र अन्तर्गत छोटानागरा पंचायत के जोजोगुटू गांव से काशिया-पेचा गांव तक सड़क के दोनों किनारे लगभग एक हजार फलदार पौधे लगाने का कार्य गुवा वन क्षेत्र पदाधिकारी रेंजर अखिलेश कुमार त्रिपाठी के दिशा निर्देश में प्रारंभ किया गया।
पौधरोपण कार्यक्रम को सफल बनाने में छोटानागरा पंचायत की मुखिया मुन्नी देवगम, जोजोगुटू गांव के मुंडा कानूराम देवगम समेत तमाम ग्रामीण रहिवासी सहयोग कर रहे हैं।
इस दौरान वृक्षारोपण कार्यक्रम की शुरुआत 3 जुलाई को मुखिया मुन्नी देवगम और मुंडा कानूराम देवगम की उपस्थिति में किया गया। उक्त कार्यक्रम के संदर्भ में गुवा वन क्षेत्र पदाधिकारी रेंजर अखिलेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि आदिवासी प्रकृति व पर्यावरण के पुजारी होते हैं। वृक्ष व फलदार पेड़-पौधे हमें अकाल पड़ने की स्थिति में भूखे मरने नहीं देते।
उन्होंने कहा कि पौधे हमारे जीने, आजीविका, आर्थिक श्रोत व भोजन का मुख्य आधार होते हैं। वन विभाग के प्रयास से ग्रामीण क्षेत्र में आम, कटहल, इमली, आंवला आदि तमाम प्रकार के फलदार पेड़ों को लगाये जाने से भविष्य में उक्त कार्य ग्रामीणों के जीने का आधार बनेगा और पर्यावरण को भी बेहतर बनायेगा।
बताया गया कि ग्रामीणों के जिस रैयत भूमि पर फसल नहीं होता है, उस खाली जमीन पर भी वन विभाग के सहयोग से फलदार पौधे अधिक से अधिक लगाई जाएगी। ताकि कुछ वर्षों बाद इनमें फल लगकर उन्हें आर्थिक लाभ प्रदान करे। रेंजर त्रिपाठी ने कहा कि इस योजना से दर्जनों ग्रामीणों को रोजगार भी मिल रहा है, जो अच्छी बात है।
पेड़ लगाने के साथ पेड़ों को जानवरों आदि से बचाना भी मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। इस अभियान में वन विभाग के कर्मचारी अमित बनर्जी, समाजसेवी मान सिंह, पादू सुरीन, मनोहर देवगम, गंगाराम होनहागा, अजय निमाई व दर्जनों ग्रामीण रहिवासी शामिल थे।
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