प्रहरी संवाददाता/मुंबई। तीन दिवसीय द्विपक्षीय परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद (एईआरबी) फ्रांसीसी परमाणु सुरक्षा प्राधिकरण – एएसएन, के साथ मौजूदा तकनीकी सहयोग व्यवस्था के तहत मुंबई में स्थित अपने मुख्यालय में बैठक की मेजबानी की।
इस बैठक में फ्रांसीसी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व एएसएन के अध्यक्ष बर्नार्ड डोरोस्ज़कजुक ने किया। इसमें एएसएन के दो सम्मानित आयुक्त और चार उच्च रैंकिंग अधिकारी शामिल हैं। यह बैठक एईआरबी और एएसएन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एईआरबी के अध्यक्ष दिनेश कुमार शुक्ला ने कहा, “एएसएन की यात्रा दोनों नियामकों के बीच संबंधों को मजबूत करने और परमाणु सुरक्षा नियमों में सहयोग को आगे बढ़ाने की हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है। सूचना साझा करने के लिए पहचाने गए तकनीकी सहयोग क्षेत्रों में पुराने परमाणु ऊर्जा संयंत्रों के दीर्घकालिक संचालन से लेकर छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों सहित नई और उन्नत प्रौद्योगिकियों के विनियमन तक शामिल हैं।
एईआरबी द्वारा अपनी नियामक गतिविधियों में मदद के लिए एईआरबी द्वारा संचालित नियामक अनुसंधान पर एक विशेष सत्र की व्यवस्था की गई है। तीन दिवसीय द्विपक्षीय बैठक के दौरान एएसएन प्रतिनिधिमंडल के तारापुर स्थल के दौरे की योजना बनाई गई है।
एईआरबी जुलाई 1999 से अपनी अंतर्राष्ट्रीय सहयोग गतिविधियों के हिस्से के रूप में एएसएन के साथ जुड़ रहा है। परमाणु ऊर्जा अधिनियम, 1962 के तहत नियामक और संरक्षा कार्यों को करने के लिए परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद (एईआरबी) की स्थापना 1983 में एक राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण के रूप में की गई थी।
इसका मिशन यह सुनिश्चित करना है कि भारत में आयनकारी विकिरण और परमाणु ऊर्जा के उपयोग से लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण को अनुचित जोखिम न हो। इसका मुख्यालय मुंबई में है और दिल्ली, कोलकाता और चेन्नई में क्षेत्रीय नियामक केंद्र हैं और कलपाक्कम, तमिलनाडु में संरक्षा अनुसंधान संस्थान है।
Tegs: #French-nuclear-safety-chief-visits-energy-regulatory-council
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