डॉ अम्बेडकर के दृष्टिकोण का दस्तावेज है- अनुराग ठाकुर
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने आज केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश के जी बालकृष्णन, केंद्रीय सूचना राज्य मंत्री की उपस्थिति में “अम्बेडकर एंड मोदी” रिफॉर्मर्स आइडियाज परफॉर्मर्स इम्प्लीमेंटेशन’ पुस्तक का विमोचन किया। इस अवसर पर डॉ एल मुरुगन और ब्लूक्राफ्ट डिजिटल फाउंडेशन (Dr L murugan and Bluecraft Digital Foundation) के निदेशक हितेश जैन आदि गणमान्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह पुस्तक महान सुधारक बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के उदात्त विचारों और दूरदर्शिता का एक संग्रह मात्र नहीं है, बल्कि यह भी है कि प्रधानमंत्री द्वारा विचारों को कैसे क्रियान्वित किया गया है। पिछले आठ सालों में डॉ अम्बेडकर के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए कठोर प्रयासों का एक दस्तावेज तैयार किया है।
ठाकुर ने डॉ अम्बेडकर के योगदान को याद किया और कहा कि वह एक उत्कृष्ट राजनेता थे, जिनके विचारों, हस्तक्षेपों और दर्शन ने हमारे राष्ट्र और देश की नींव रखी है, जैसा कि हम सब जानते हैं।
“अम्बेडकर ने अपना पूरा जीवन समानता, मानवाधिकार और सामाजिक न्याय के लिए समर्पित कर दिया। वह हाशिए पर पड़े और सामाजिक रूप से उत्पीड़ितों के मुखपत्र थे। आधुनिक भारत के निर्माण पर उनके जीवन और प्रभाव का व्यापक प्रभाव जारी है।
पिछड़े समुदायों के लिए लाभ पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना ने 34 करोड़ अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े समुदाय के सदस्यों को 18 लाख करोड़ रुपये की गारंटी के बिना ऋण प्रदान करने में मदद की है।
अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति समुदायों के सदस्यों में उज्ज्वला योजना के 3.1 करोड़ लाभार्थी शामिल हैं और ऐसे समुदायों के सदस्यों को 1.31 करोड़ पक्के घर प्रदान किए गए हैं।
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