दलित धीरेन बाउरी के साथ हुए अन्याय को लेकर पूर्व मंत्री ने सीएम को भेजा पत्र
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के दलित धीरेन बाउरी के साथ हुए बर्बरतापूर्ण कार्रवाई के खिलाफ राज्य के पूर्व मंत्री एवं गोमियां के पूर्व विधायक माधवलाल सिंह ने मोर्चा खोल दिया है। पूर्व मंत्री ने इस घटना को लेकर क्षोभ व्यक्त करते हुए आगामी 15 अगस्त को सीएम आवास पर धरना देने की बात कही है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री के नाम बीते 9 अगस्त को प्रेषित पत्र में पूर्व मंत्री माधवलाल सिंह ने कहा है कि बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के खैराचातर रहिवासी धीरेन बाउरी के साथ बीते 7 जून को जमीनी विवाद और दखल अधिकार को लेकर अचानक रात के 12 बजे पुलिस पहुंचकर इनामी अपराधी की तरह उसके साथ मारपीट किया गया।
साथ हीं उसके भोजन की थाली को फेक दिया गया तथा उसके घर के तमाम सदस्यों को बाहर निकालकर ताला लगा दिया गया। पत्र में उन्होंने कहा कि बाउरी के प्रतिपक्ष जगदीश चंद्र महतो की पत्नी जानकी देवी द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर 8 जून को सुनील कपरदार और गौतम कपरदार का नाम भी जोड़कर झूठा मुकदमा दायर कर दिया गया।
जिसका कसमार थाना कांड क्रमांक-49/22 भादवि की धारा 143, 379, 427, 448, 504 एवं 506 है। इसके तहत फर्जी, पक्षपातपूर्ण मुकदमा दायर कर दिया गया, जो अंग्रेजी हुकूमत से भी बढ़कर बर्बरतापूर्ण अमानवीय जुल्म करने के समान है।
पूर्व मंत्री ने सीएम को भेजे पत्र में कहा है कि इस घटना की सूचना उनके द्वारा पूर्व में बोकारो के आरक्षी उपमहानिरीक्षक को देते हुए उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया था। जिसमें डीआईजी कोयला क्षेत्र ने आरोपी धीरेन बाउरी व सुनील कपरदार को बोकारो के आरक्षी अधीक्षक से मिलने को कहा।
इसके बाद दोनों आरोपी कई बार आरक्षी अधीक्षक से मिलने का प्रयास किया, किंतु मुलाकात नहीं हुई और ना ही मामले पर कोई सुनवाई हुई। इसलिए उनके पास कसमार पुलिस जुल्म के विरुद्ध न्याय के लिए मुख्यमंत्री आवास के सामने धरना देने के अलावा विकल्प नहीं रहा।
इसे लेकर देश के 75वां स्वतंत्रता दिवस के दिन मुख्यमंत्री आवास के समक्ष उन्होंने धरना देने का निर्णय लिया है। जिसमें कई जिला पार्षद, झारखंड आंदोलनकारी, दर्जनों पंचायत के मुखिया एवं कार्यकर्तागण शामिल रहेंगे।
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