सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में किरीबुरू-मेघाहातुबुरु के दुकानदारों व बस्ती के रहिवासियों की समस्याओं के समाधान के लिए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री (सीएम) मधु कोड़ा ने दोनों खदानों के सीजीएम एवं पीएंडए विभाग के उच्च अधिकारियों से वार्ता की।
मेघालया गेस्ट हाउस में आयोजित वार्ता में पूर्व सीएम कोड़ा ने प्रबंधन को साफ शब्दों में कहा कि सेल की टाउनशिप से कोई भी ग्रामीण व दुकानदार नहीं हटेंगे। आप उन्हें जबरन हटा नहीं सकते हैं। अगर गरीबों के घर व दुकान पर बुलडोजर चलाएंगे तो सबसे पहले हमारे सीने पर से गुजरना होगा।
इस संबंध में पूर्व सीएम कोड़ा ने बताया कि सेल प्रबंधन ने कहा कि वन विभाग द्वारा लेटर भेजा जा रहा है कि जब तक आप अपने लीज क्षेत्र से अतिक्रमण नहीं हटाएंगे, तब तक किरीबुरू साउथ ब्लॉक एवं मेघाहातुबुरु का सेंट्रल ब्लॉक का लीज क्लियरेंस नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार से भी बातचीत की जाएगी।
उन्होंने कहा कि किरीबुरू तथा मेघाहातुबुरु प्रबंधन जहां रहिवासियों को हटाने की बात कर रही है वहां पर माइनिंग का कोई प्लान नहीं है। यहां पिछले 70 वर्षों से रहिवासी रह रहे हैं। कोड़ा ने मणिपुर, अंकुआ समेत देश के विभिन्न राज्यों में महिलाओं के साथ घटित हिंसा पर गहरा दुःख व्यक्त करते हुए कहा कि समाज में ऐसी घटनाओं के लिए कोई माफी नहीं होनी चाहिए।
तमाम सरकारों को ऐसी घटनाओं को रोकने हेतु विशेष कार्य योजना बना कर कार्रवाई तेज करना चाहिए। वार्ता में मेघाहातुबुरु के सीजीएम आरपी सेलबम, किरीबुरु के सीजीएम कमलेश राय, मेघाहातुबुरु के महाप्रबंधक विकास दयाल, किरीबुरु के उप महाप्रबंधक अमित कुमार विश्वास, सहायक महाप्रबंधक रमेश सिन्हा, प्रवीण कुमार, उप प्रबंधक अजय शंकर मिश्रा, रीषभ सिंह आदि शामिल थे।
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