एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने चाचा राजाराम सोरेन के श्राद्ध कर्म में शामिल होने के लिए 6 मई को रामगढ़ में अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। न्यायालय आदेश के बाद पुलिस कस्टडी में पूर्व सीएम रामगढ़ में अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। वे अपने चाचा राजाराम सोरेन के श्राद्ध कर्म में शामिल हुए।
बढ़ी हुई सफेद दाढ़ी, सफेद कुर्ता, गले में गमछा लिए पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन करीब 3 महीने बाद जेल से बाहर निकले हैं। सर्वप्रथम वे अपने पिता शिबू सोरेन से मिले। इसके बाद सोरेन अपने चाचा के श्राद्ध कर्म में शामिल हुए।
ज्ञात हो कि, पूर्व सीएम सोरेन अपने चाचा के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए अदालत से 13 दिन की अंतरिम जमानत मांगी थी। हालांकि, सुनवाई करते हुए अदालत ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था। उन्हें कुछ घंटों के लिए पुलिस कस्टडी में श्राद्ध कर्म में शामिल होने की परोल (परमिशन) दिया गया है। इस दौरान न्यायालय द्वारा उन्हें मीडिया से बात करने की भी मनाही था।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने ईडी द्वारा उनकी गिरफ्तारी को चुनौती देने वाली याचिका हाईकोर्ट से खारिज होने के बाद सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी है। साथ ही 13 मई से झारखंड में लोकसभा चुनाव के लिए होने वाली वोटिंग को ध्यान में रखते हुए मामले को जल्द सुनवाई की अपील की है।
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