प्रहरी संवाददाता/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में कल्याणी परियोजना में बीते 24 जून को घटित हृदय विदारक घटना के बाद एटक के महामंत्री ने 25 जून को घटनास्थल का दौरा किया।
ज्ञात हो कि, उक्त परियोजना के आउटसोर्सिंग पैच में बीएलए कंपनी (BLA Company) के वोल्वो पोकलेन में आग लगने से ऑपरेटर महेंद्र यादव की जिन्दा जलने से हृदय विदारक मौत हो गई थी।
इस घटना को लेकर एटक नेता लखन लाल महतो 25 जून को यूनियन के लगभग आधा दर्जन पदाधिकारियों के साथ घटनास्थल पर निरीक्षण किया। इस अवसर पर एटक नेता महतो ने बताया कि निरिक्षण के क्रम में वे अभियन्ता (उत्खनन) के कार्यालय में करीब दो घंटे तक बैठे रहे।
उन्होंने प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि जांच में प्रबंधन ने सहयोग नहीं किया। कई वैधानिक दस्तावेज मांगने पर भी उपलब्ध नहीं कराया गया। उन्होंने कहा कि घटना में सुरक्षा नियमों, परिनियमों, परिपत्रों की घोर अनियमितता बरती की गई है। आईएसओ, सीसीएल तथा डीएमएस कोडरमा भी घटना स्थल पर पहुंचे थे।
ताज्जुब इस बात का है कि डेंजर जोन (आग लगी क्षेत्र) में काम करने का कोई एसओपी प्रबंधन ने नहीं बनाया था। महतो ने बताया कि डीजीएमएस एवं प्रबंधक का संयुक्त जांच रिपोर्ट फॉर्म- VI, (Spot inspection Report) मांगने पर भी उपलब्ध नहीं कराया गया। पिट सेफ्टी कमिटी में लिए गए निर्णय का क्रियान्वयन रिपोर्ट भी नहीं दिया गया।
एटक नेता महतो के अनुसार डीजीएमएस की भूमिका संदेहास्पद है। आउटसोर्स कंपनी बीएलए के खिलाफ हत्या का दफा ३०२ के अन्तर्गत एफआईआर दर्ज किया जाना चाहिए तथा डीजीएमएस की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।
इस अवसर पर उनके साथ ढोरी क्षेत्र के अध्यक्ष जवाहर लाल यादव, सचिव भीम महतो, कल्याणी परियोजना के सचिव जितेंद्र दुबे, तारमी परियोजना के सचिव राम नारायण महतो, राजेंद्र रविदास आदि शामिल थे।
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