बहन-बेटियों की इज्जत-आबरू से खेलने वाले को बख्शा नहीं जाएगा-ऐपवा
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में खानपुर थाना क्षेत्र के शोभरडीह गांव में बीते 25 अप्रैल को एक नाबालिग से रेपकांड के आरोपी द्वारा महिला थाना में आत्मसमर्पण करने की घटना को संघर्ष का जीत बताते हुए स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा देने की मांग महिला संगठन ऐपवा ने की है।
महिला संगठन ऐपवा समस्तीपुर जिलाध्यक्ष सह भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य बंदना सिंह ने मांग करते हुए अपने घोषित धारावाहिक आंदोलन स्थगित करने की घोषणा की है।
उन्होंने 9 जून को कहा कि देर से ही सही पुलिस प्रशासन द्वारा किया गया कार्रवाई दुरूस्त कदम है। उन्होंने बेटियां-महिलाओं से संबंधित हत्या-अपराध-दुष्कर्म के अन्य मामले के आरोपियों को गिरफ्तार कर सजा दिलाने की मांग के साथ ही बेटी-महिलाओं की हो रही हत्या-अपराध, छिनतई-दुष्कर्म आदि की घटनाओं पर रोक लगाने की मांग की है।
महिला नेत्री ने सख्त लिहजे में कहा कि मां-बहन-बेटियों की इज्जत-आबरू से खेलने वाले को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने प्रशासन को आगाह किया कि सत्ताधारी दल से जुड़े होने के कारण आरोपियों को संरक्षण देने से परहेज़ करना चाहिए। कहा कि ऐसे जघन्य मामले के आरोपी को डेढ़ महीने की लंबी समय बाद गिरफ्तार करना कानून का गला घोंटने जैसा है।
विदित हो कि घटना के बाद से ही महिला संगठन ऐपवा, आइसा, आरवाईए एवं भाकपा माले इस मामले को लेकर आंदोलनरत रहा है।
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