बिहार के नए डीजीपी का दिखने लगा है अपराधियों में भय

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार के नए डीजीपी आईपीएस विनय कुमार वैशाली जिले के महुआ थाना के राम पुरानी गांव के मूल रहिवासी हैं। इनके पिता एक प्राइमरी स्कूल में शिक्षक थे। उनकी पढ़ाई लिखाई गांव के स्कूल में ही हुई। उन्होंने बिहार की राजधानी पटना से इंटर के बाद आईआईटी खड़कपुर से इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त की और वर्ष 1991 बैच के आईपीएस बने। लगभग 33 वर्षों का बिहार के विभिन्न जिलों और पुलिस प्रशासन में काम करने का इन्हें अनुभव है।

बिहार के डीजीपी विनय कुमार की छवि एक ईमानदार पुलिस ऑफिसर की रही है। बिहार सरकार द्वारा इन्हें बिहार में कानून व्यवस्था और अपराधियों पर नियंत्रण के उद्देश्य से नया डीजीपी नियुक्त किया गया है। इससे पहले वे पुलिस भवन निर्माण निगम लिमिटेड में डीजी के पद पर तैनात थे।

डीजीपी का पदभार संभालने के बाद विनय कुमार पुलिस प्रशासन को सक्रिय करने में लगे हैं। पुलिस विभाग द्वारा रात्रि गश्ती का जो पहले प्रचलन था, वह अब लगभग बंद हो चुका था। डीजीपी स्वयं रात्रि में पटना के सड़कों पर रात्रि गश्ती में तैनात पुलिस कर्मियों की खोज खबर लेते दिखाई दे रहे हैं।

इसका असर बिहार के सभी जिलों में तैनात पुलिस के बड़े पदाधिकारी और कनीय पुलिस पदाधिकारी में भी देखने को मिल रहा है। विभिन्न जिलों में तैनात आरक्षी अधीक्षक और आरक्षी उपाधीक्षक स्तर के पदाधिकारी भी रात्रि गस्ती में जिले में भ्रमण करते देखे जा रहे हैं।

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