वन विभाग जंगली हाथियों को रिहाइसी इलाकों से भगाने में जुटा
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। जंगली हाथियों का समूह इन दिनों बोकारो जिला के हद में गोमियां प्रखंड के कथारा असनापानी से लेकर झिरकी तथा सरहचिया तक धमाल मचाये हुए है। जिससे यहां के रहिवासियों में भय का वातावरण घर कर गया है।
घटना के बाद वन विभाग की टीम लगातार हाथियों की स्थिति पर नजर बनाये हुए है। साथ हीं जंगली हाथियों को रिहाइसी इलाकों से भगाने में जुटी है।
जानकारी के अनुसार 22 नवंबर की सुबह हाथियों के एक समूह ने बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र के रेलवे कॉलोनी अपने रिश्तेदार के घर आए 36 वर्षीय बृजेश मुंडा नामक युवक को अपनी चपेट में ले कर बुरी तरह घायल कर दिया, जिसे घायल अवस्था में सीसीएल के कथारा क्षेत्रीय अस्पताल ले जाया गया।
जहां चिकित्सक डॉ निशा टोप्पो द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद उसे बेहतर इलाज के लिए केएम मेमोरियल अस्पताल चास (बोकारो) भेज दिया गया। जहां चिकित्सकों के अनुसार घायल युवक के फेफड़े में खून जमा होने के कारण उसका ऑपरेशन किया गया है। फिलहाल उसे गहन चिकित्सा कक्ष (आइसीयु) में रखा गया है।
बताया जाता है कि हाथियों का समूह बीते 10 नवंबर को झिरकी सरहचिया जंगल में अपना पड़ाव बना रखा था। इस दौरान जंगल के रास्ते से गुजर रहे कई राहगीर हाथियों के प्रकोप से बाल-बाल बचे। उक्त जंगली हाथियों के समूह ने दूसरे दिन रेलवे कॉलोनी असनापानी दामोदर नदी किनारे युवक बृजेश मुंडा को शौच के दौरान अपना शिकार बनाया।
घटना की सूचना के बाद कथारा ओपी प्रभारी प्रिंस कुमार सिंह, प्रभारी वनपाल दुर्गा हेंब्रम, सब बीट अधिकारी अजीत कुमार मुर्मू तथा सुरेश कुमार टुडू असनापानी पहुंचकर लगातार हाथियों की सरगर्मी पर नजर बनाए हुए हैं। इस अवसर पर प्रभारी वनपाल दुर्गा हेंब्रम ने रहिवासियों से जंगली हाथियों से दूर रहने की अपील की है।
साथ हीं अपने बचाव के लिए घरों के आसपास पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करने, अलाव जलाने तथा हाथी के आने की सूचना पाकर अलाव पर मिर्च का छिड़काव करने की बात कही, ताकि हाथियों को भोजन सामग्री की गंध न लगे।
बताया जाता है कि संध्या लगभग 7 बजे तक कुल 14 हाथियों के समूह में से वन विभाग द्वारा 13 हाथियों को नदी पार पेटरवार प्रखंड के हद में श्यामलता के जंगलो की ओर खदेड़ दिया गया है, जबकि एक हाथी असनापानी से रेलवे कॉलोनी के बीच के जंगलों में कहीं डेरा जमाए हुए है। जिसकी खोजबीन वन कर्मियों द्वारा की जा रही है, ताकि उसे भी नदी पार समूह में भेजा जा सके।
इस अवसर पर स्थानीय मुखिया से संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन मुखिया उपलब्ध नहीं हो सकी। कथारा पंचायत के पंचायत समिति सदस्य निभा देवी ने एक भेंट के दौरान रहिवासियों से अपनी सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम करने तथा घटना की जानकारी गोमियां बीडीओ (BDO) को दिए जाने की बात कही।
समाजसेवी डॉ सर्जन चौधरी ने कहा कि वे तथा कथारा पंचायत की पंसस निभा देवी लगातार क्षेत्र के रहिवासियों को हाथियों के समूह से दूरी बनाए रखने और नदी तट मार्ग की ओर नहीं जाने की अपील कर रहे हैं। बहरहाल इतने इंतजामों के बाद भी यहां के रहिवासियों में हाथियों का खौफ सर चढ़कर बोल रहा है।
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