बेटी ने पिता को उपहार में दिया लिवर
मुश्ताक खान /मुंबई। समाज में अमूमन लोग ऐसे हैं जो बेटियों के मुकाबले बेटों को ज्यादा तरजीह देते हैं और बेटियों को मजबूरी? हालांकि पिछले कुछ सालों में लोगों की मानसिकता में बदलाव भी आया है। लेकिन नवी मुंबई की एक बेटी ने मजबूरी समझने वालों की मानसिकता को बदलने की कोशिश की है, इससे बड़े बदलाव की संभावना है। मुंबई पुलिस में तैनात पीएसआई दिलीप साइल लिवर की गंभीर बीमारी से जूझ रहे थे।
डॉक्टरों ने उन्हें लिवर ट्रांसप्लांट की सलाह दी थी। इससे उनके परिवारिक सदस्यों में मायूसी थी। डॉक्टरों कि सलाह पर उनकी बेटी ने भविष्य की परवाह किए बिना अपने लिवर का एक हिस्सा पिता को दान नहीं उपहार के रूप में दे दिया। जिससे पिता को नई जिंदगी के साथ- साथ प्रमोशन भी मिल गया। इस बात की जानकारी जिसे भी लगी उसने बेटी के जज्बे को किया सलाम।
जानकारी के अनुसार 22 साल की प्रियंका साइल ने अपने पिता की जान बचाने के लिए अपने लिवर का एक हिस्सा पिता को दान नहीं उपहार के रूप में दे दिया। प्रियंका के पिता मुंबई पुलिस के मलाड में तैनात हैं, पीएसआई दिलीप साइल का लंबे समय से पेट का इलाज चल रहा था। लेकिन डॉक्टरों की सलाह पर उनकी बेटी ने उनके अपने लिवर का एक हिस्सा देकर नई जिंदगी दी।
इसे नवी मुंबई के अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospital) में सफलता रूप ट्रांसप्लांट किया गया है। वह पूरी तरह से ठीक हो गए और ट्रांसप्लांट के कुछ ही महीनों के भीतर उन्हें पुलिस सब इंस्पेक्टर का प्रमोशन भी मिल गया है। हॉस्पिटल के डॉ. विक्रम राऊत ने बताया कि अभी तक अस्पताल के तरफ 150 लिवर ट्रांसप्लांट किए गए हैं।
ट्रांसप्लांट के बाद एक सामान्य व्यक्ति की तरह अस्पताल से घर जाते हुए देखकर खुशी होती है। हमने ऐसे कई मामले देखे हैं, जहां मरीज़ के जीवित रहने की संभावना बहुत कम थी, फिर उनका ट्रांसप्लांट किया गया और उसके बाद वे अपना सामान्य जीवन बहुत ही अच्छे से जीने लगे हैं।
उनकी 22 वर्षीय बेटी और उसके परिवार के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं था।
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