किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले किसानों का अनुमंडल कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन

सीओ के भ्रष्टाचार एवं मनमानी के खिलाफ एसडीओ को सौंपा मांगों से संबंधित ज्ञापन

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर अनुमंडल कार्यालय प्रांगण में 11 अप्रैल को सबलपुर किसान संघर्ष मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों किसानों ने सरकार और प्रशासन की कुदृष्टि से अपनी जमीन बचाने के लिए धरना-प्रदर्शन किया। धरना में शामिल प्रदर्शनकारियों ने सोनपुर के अंचलाधिकारी के भ्रष्टाचार की जांच एवं मनमानी के खिलाफ आक्रोशपूर्ण नारे भी लगाए। किसानों ने धरना – प्रदर्शन के माध्यम से खेत बचाओ, किसान बचाओ और गांव बचाओ का जबर्दस्त नारा बुलंद किया। यहां किसान नेता दंडीस्वामी सहजानंद सरस्वती जिंदाबाद के नारे भी लगे।

इस अवसर पर किसान प्रतिनिधियों ने संघर्ष मोर्चा के संयोजक ब्रज किशोर शर्मा के नेतृत्व में 5 सूत्री मांगों से संबंधित एक ज्ञापन सोनपुर के अनुमंडल पदाधिकारी आशीष कुमार को सौंपा। प्रतिनिधि मंडल में जेपी सेनानी धर्मनाथ शर्मा, सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत के पूर्व मुखिया दीपक शर्मा, सुधांशु शर्मा, अविनाश कुमार, आशुतोष कुमार शामिल थे।

धरना स्थल पर आयोजित सभा की अध्यक्षता सबलपुर किसान मोर्चा के संयोजक वरिष्ठ कम्युनिस्ट नेता ब्रज किशोर शर्मा ने किया। सभा को संबोधित करते हुए मोर्चा के संयोजक शर्मा ने कहा कि सबलपुर के किसानों ने भू – स्वामित्व प्राप्ति के लिए अंग्रेजो एवं पटना के नवाब अल सज्जाद के खिलाफ शहीद राम वृक्ष ब्रह्मचारी के नेतृत्व में एक लंबी लड़ाई लड़ी थी। कहा कि तत्कालीन बिहार सरकार को तब मजबूर होकर किसानों की मांगों की जांच तथा छानबीन के लिए संसदीय सचिव के बी सहाय को नियुक्त करना पड़ा था। उनके रिपोर्ट के आधार पर टेनेंसी एक्ट को संशोधित किया गया और किसानों को भू -स्वामित्व प्राप्त हुआ तथा जमींदारी उन्मूलन के समय जमींदारी सर्वे और किसानों के नाम के साथ सरकार को रिटर्न दाखिल किया गया था।

उन्होंने कहा कि आज उक्त भूमि को सरकार असर्वेक्षित भूमि बनाकर सरकारी भूमि घोषित कर बड़ी-बड़ी विदेशी कंस्ट्रक्शन कंपनियों के साथ मिलकर दुबई की तर्ज पर शहर बसाने का एक गुप्त समझौता कर लिया है। उन्होंने कहा कि सोनपुर के अंचल अधिकारी उक्त भूमि पर खेल का मैदान, कचरा – घर, सड़क निर्माण आदि के नाम पर अपने गुर्गो एवं ठेकेदारों के माध्यम से बगैर सूचना एवं बगैर मुआवजा दिए निर्माण कार्य करना चाहती है। उन्होंने कहा कि जब इसका विधि सम्मत विरोध किया गया तो शहीद परिवार के सदस्यों के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया गया और विभिन्न तरीकों से उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है। जिससे सामाजिक सौहार्द बिगड़ने की संभावना बन रही है। उन्होंने कहा कि सबलपुर के किसान विकास विरोधी नहीं है, लेकिन विधि सम्मत तरीकों से अपने अधिकार की लड़ाई अंतिम सांस तक लड़ेंगे।

मौके पर सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत के पूर्व मुखिया दीपक शर्मा ने कहा कि भ्रष्ट अंचलाधिकारी को निलंबित कर उसके भ्रष्टाचार की जांच की जाए और अंचल कार्यालय को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाए। भू -माफियाओं और दलालों पर अंकुश लगाया जाए, टोपो लैंड से रोक हटाया जाए और दाखिल खारिज चालू किया जाए। साथ हीं शहीदों के परिवारों पर किए गए झूठे मुकदमें को वापस लिया जाए।

सभा को धर्मनाथ शर्मा, रामनवमी शर्मा, विकाश कुमार, ललन शर्मा, कुंदन शर्मा, अभाविप के आशुतोष कुमार आदि वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि मांगों पर त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो इसके लिए प्रशासन जिम्मेवार होगा।
इस अवसर पर उप मुखिया सतीश कुमार, अमरेंद्र कुमार बिट्टू, सर्वेश्वर कुमार शर्मा, मुकेश कुमार शर्मा, पीयूष कुमार, मोहन शर्मा, मनीष शर्मा, अजीत शर्मा, मुन्ना शर्मा, प्रेमनाथ शर्मा, पप्पू शर्मा सहित बड़ी संख्या में धरणार्थी उपस्थित थे।

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