गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार के वैशाली जिले में माॅनसून की बेरुखी तथा उसके कमजोर पड़ने से किसानों की चिंता बढ़ गयी है। जिलावासी सुखाड़ की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।
जानकारी के अनुसार बीते बीस दिनों से वैशाली जिले में कड़ी धूप एवं उमस भरी गर्मी ने जहां रहिवासियों की परेशानी को बढ़ा दी है, वहीं आसमान में मंडराते बादल को देख किसान झमाझम बारिश का इंतजार कर रहे है।
ज्ञात हो कि इस वर्ष जून महीने में बारिश नहीं होने तथा जुलाई के प्रथम सप्ताह में बारिश होने के बाद खरीफ फसल से अच्छी पैदावार की उम्मीद में किसानों ने फसल लगाना शुरू ही किया था, कि मौसम ने दगा देना शुरू कर दिया।
सावन माह का प्रथम सप्ताह बीत गया, लेकिन वर्षा का दुर दुर तक अता पता नहीं है। वैशाली जिले में स्थित पोखर, गड्ढे और नहर सूखे पड़े हैं। किसी भी चौड़ या गड्ढे में एक चुल्लू पानी नहीं है, जो पक्षियों तक की प्यास बुझा सके। इससे जिले के तमाम किसान निराश दिख रहे हैं।
हालांकि जिले के कई साधन संपन्न किसान पंपिंग सेट या अन्य माध्यमों से धान की खेती करने में जुटे हैं। बावजूद इसके मौसम की बेरुखी ने धान के बेहतर उत्पादन की उम्मीद पाले किसानों की चिंता बढ़ा दी है।
संसाधन के अभाव में वैशाली जिले के छोटे किसान बारिश की उम्मीद पर धान एवं अन्य खरीफ फसल लगाना शुरू किया था, लेकिन जुलाई माह का समय बीतने के बाद अब जिले के अधिकांश किसान धान की आशा छोड़ चुके हैं। यदि जिले में अब भी अच्छी वर्षा नही हुई तो रब्बी की फसल में भी किसानों को परेशानी होगी।
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