वार्ता को नहीं आये कोई सक्षम पदाधिकारी
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में पूसा प्रखंड के कुबौली राम पंचायत के मिल्की टोला में अखिल भारतीय किसान महासभा के बैनर तले तिरहुत गंडक नहर परियोजना मोतीपुर कैंप मुजफ्फरपुर द्वारा किसानों के जमीन पर जबरन नहर खोदने व किसानों को धमकी देने के खिलाफ अनिश्चितकालीन शांतिपूर्ण धरना 5 अप्रैल को 5वें दिन भी अनवरत जारी रहा। धरना दे रहे किसानों के साथ वार्ता को अबतक नहीं आये कोई सक्षम पदाधिकारी।
अनिश्चितकालीन धरना के मौके पर किसान नेता वासुदेव सिंह की अध्यक्षता में धरना स्थल पर सभा का आयोजन किया गया। सभा को भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य राम कुमार, इनौस जिला कमिटी सदस्य संतोष कुमार, इनौस प्रखंड सचिव कृष्ण कुमार, मो. अनवर, किसान नेता रविन्द्र सिंह, दिनेश कुमार सिंह, राम ललित सिंह, आदि।
जगदीश सिंह, राम गणेश महतो, रामदेव सिंह, पंकज कुमार गुप्ता, ओम प्रकाश झा, राधेश्याम झा, शंकर महतो, शिव दयाल सिंह, शिव शंकर सिंह, दीपक कुमार, उदय कुमार, संजीव कुमार, पवन कुमार, जीतेंद्र साह, नया दास, रेखा देवी, अजीत कुमार दास, मोहम्मद अशरफ हसन, पिंटू कुमार सिंह, रवि रंजन, दशरथ साह, राम ललित साह, उमेश साह, गौरी शंकर सिंह, सुरेंद्र महतो, सुनीता देवी,आदि।
सिंधु देवी, विभा देवी, आशा देवी, शांति देवी, बबीता देवी, उर्मिला देवी, लाल बाबू महतो, खेग्रामस प्रखंड अध्यक्ष मुंशी लाल राय समेत अन्य कई नेता एवं कार्यकर्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि 1967 – 68 में तत्कालीन बिहार के मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर द्वारा किसानों के हित को देखते हुए इस नहर परियोजना को मोहम्मदपुर कोठी के पास बूढी गंडक में मिला दिया गया था।
भाजपा जदयू सरकार (Government) द्वारा अपने चहेतों/ठेकेदारों को फायदा पहुंचाने के लिए फिर से इस नहर परियोजना को चालू करना किसानों के साथ अन्याय है। यह संघर्ष किसानों के जायज मांग को लेकर जारी है। किसानों का मांग पूरा होने तक यह अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा। इस आशय की जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने दी।
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