एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। ऐतिहासिक किसान आंदोलन के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में दिल्ली की सीमा समेत देश भर में लड़ रहे किसानों को सलाम भेजते हुए समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर स्थित राजधानी चौक से किसानों ने जुलूस निकालकर प्रखंड मुख्यालय पर 26 नवंबर को जमकर प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन के दौरान किसान अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर लिए “दिल्ली में लड़ रहे किसानों को लाल सलाम”, “खाद किल्लत दूर करो”, “एमएसपी को कानूनी दर्जा दो”, “बाजार समिति को पुनर्बहाल करो”, “सब्जी मंडी में बिजली, बैंक, गार्ड, शेड की व्यवस्था करो”, “बाजार क्षेत्र में नाला निर्माण-सफाई-प्रकाश व्यवस्था दुरूस्त करो”,आदि।
“मोतीपुर वार्ड-10, रहीमाबाद वार्ड-8 में सड़क निर्माण शुरू करो”, “बहादुरनगर समेत तमाम भूमिहीनों को वास की जमीन दो”, “फतेहपुर में जारी नहर निर्माण संबंधित जानकारी को सार्वजनिक करो”, “डीलर की मनमानी पर रोक लगाओ”, बढ़ते हत्या-अपराध पर रोक लगाओ”,”डीलर की मनमानी-लूट पर रोक लगाओ” आदि नारे लगा रहे थे।
मौके पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि यूपी के तर्ज पर बिहार में पुलिसिया जुल्म बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि समस्तीपुर के रोसड़ा में बकाया मांगने पर सफाईकर्मी रामसेवक राम की मृत्यु पुलिस पिटाई से हाजत में हो जाती है।
ताजपुर थाना के गुनाईबसही में 8 साल की बच्ची हत्याकांड का उद्भेदन तक नहीं हो पाता है। यह सुशासन की नीतीश सरकार के मुंह पर करारा तमाचा है।
अपने अध्यक्षीय भाषण में अखिल भारतीय किसान महासभा के प्रखंड अध्यक्ष ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने कहा कि डीएपी, एनपीके आदि खाद दुकानदारों एवं माफियाओं के गोदाम में बंद है, लेकिन किसानों को या तो खाद नहीं दिया जाता है या उंचे दर पर मिलता है। उन्होंने कहा कि प्रखंड प्रशासन तुरंत खाद निगरानी कमिटी की बैठक बुलाकर किल्लत को दूर करे अन्यथा किसान सड़क जाम आंदोलन चलाएंगे।
कार्यक्रम में बासुदेव राय, राजदेव प्रसाद सिंह, शंकर सिंह, मनोज कुमार सिंह, रतन सिंह, रवींद्र प्रसाद सिंह, आसिफ होदा, नौशाद तौहीदी, प्रभात रंजन गुप्ता, चांद बाबू, अनीता देवी, सोनिया देवी, हरेंद्र प्रसाद सिंह, अर्जुन शर्मा, ललन दास, बिन्देश्वर राय, दिनेश राय, संजीव राय, मलित्तर राम, जगन्नाथ राय, महावीर प्रसाद सिंह, आदि।
दिनेश सिंह, श्यामबाबू सिंह, प्रेमन पासवान, कैलाश सिंह, मो. अनवर, धर्मेंद्र पासवान समेत अन्य गणमान्य किसान मौजूद थे। इस अवसर पर आगामी 2 दिसंबर को मनरेगा सह नगर परिषद कार्यालय पर प्रदर्शन करने की घोषणा की गई। कार्यक्रम के अंत में दिल्ली किसान आंदोलन में मृत तमाम किसानों को दो मिनट का मौन धारण कर श्रद्धांजलि दिया गया।
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