धारावी के विकास में बाधा बना फर्जी दस्तावेज

मनपा द्वारा जारी फोटो पासों की होगी फिर से जांच!

प्रहरी संवाददाता/मुंबई। एशिया की सबसे बड़ी और घनी आबादी वाले धारावी में बड़े पैमाने पर फर्जी फोटो पास होने का दावा स्थानीय समाजसेवकों ने किया है। समाजसेवकों ने दावा किया है कि एक-एक प्लॉट पर दलालों ने चार से छह फोटो पास इशू करवाया है।

इस बात का खुलासा फिर से आरटीआई (RTI) के जरीये पुछने पर मनपा दे सकती है। क्योंकि इससे एक स्थानीय पत्रकार और एक समाजसेवक द्वारा अपने अपने तरीके से मनपा और जिलाधिकारी कार्यलय में आरटीआई आवेदन किया गया था, जिसका जवाब अब तक नहीं मिला है। इससे समाजसेवकों के दावों में दम दिखाई दे रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार धारावी के ग्लोबल विकास की चार्चाओं के दौरान एक झोपड़े को दो या इससे भी अधिक हिस्सों में लोगों ने बांटा था। ताकि उन्हें एक से अधिक घर मिल सके। इसके लिए लोगों ने फर्जी तरीके से अन्य दस्तावेजों को भी दलालों के जरीय लाखों रूपये खर्च करके बनवाया।

इस दौरान झोपड़ों के दस्तावेजों में बिजली बील, फोटो पास और वोटर आई डी (Voter ID)  को ही महत्व और मूल रूप से मान्यता दी गई थी। इस दौरान विदेशी ठेकेदार के आने से धारावीकरों की उम्मीदें और बढ़ गई। नतीजतन धारावी के लोगों ने दलालों के जरीये दो से पांच लाख में फोटो पास बनवाना शुरू कर दिया।

समाजसेवकों का दावा है कि इस दौरान फोटो पास (Photo Pass बनाने के लिए मनपा के विभागीय अधिकारी और दलालों ने काफी पैसे कमाए। हालांकि ग्लोबल प्रोजेक्ट (Global project) फेल हो गया। इसके बाद फिर से नई नितियों के तहत सरकार (Government) द्वारा धारावी के विकास पर विचार कर रही है। लेकिन धारावी के विकास में सबसे ब़ड़ी बाधा विभाजित झोपड़ों की असली पहचान को सामने लाना है।

इसके लिए राज्य सरकार (State Government) विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रही है। चूंकि धारावी आंदोलन के नेताओं से भी इस विषय पर चर्चा चल रही है। सूत्रों की माने तो झोपड़ा धारकों के मूल दस्तावेजों की जांच जल्द ही शुरू होने की संभावना है। इनमें बिजली बील, फोटो पास और वोटर आई डी को वरियता दी जाएगी।

इसके अलावा असली और फर्जी फोटो पासों की भी जांच होने वाली है। धारावी के समाजसेवकों ने दावा किया है कि मनपा द्वारा जारी किया गया आधे से अधिक फोटो पास फर्जी साबित होगा।

चूंकि दलाल और मनपा के अधिकारियों कि सांठ गांठ से भी फोटो पासों को बनवाया गया था। मनपा की तरह कलेक्टर की जमीन पर बसे लोगों के दस्तावेजों की भी जांच होगी। क्योंकि धारावी का विकास सेक्टर वाईज होने की संभावना जताई जा रही है।

फर्जी दस्तावेज बनवाने वाले दलालों पर गिरेगी गाज

धारावी के विकास के मद्देनजर फर्जी दस्तावेज और फोटो पास बनवाने वाले दलालों पर शिकंजा कसने की तैयारियां शुरू हो गई है। चूंकि समाजसेवकों सहित आंदोलन में शामिल नेताओं ने दावा किया है कि ग्लोबल टेंडर के दौरान भारी मात्रा में मनपा जी नार्थ द्वारा फोटो पास बनवाया गया है। इस दौरान जो मनपा के अधिकारी थे उन्हें भी बक्शा नहीं जाएगा।

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