विस्फोट में चार कर्मी गंभीर रुप से जख्मी
एस.पी.सक्सेना/गिरिडीह(झारखंड)। गिरिडीह जिला (Giridih district) के हद में जिला मुख्यालय से सटे मकतपुर में 7 जनवरी की संध्या प्लास्टिक की पानी टंकी बनाने वाली फैक्ट्री में आग लगने से हुए भयंकर विस्फोट में चार कर्मी गंभीर रुप से जख्मी हो गए। जख्मी लोगों में यूपी निवासी युवराज सिंह (UP Resident yuvraj singh) अलावे गिरिडीह के ही रिंकू दास, गुड्डु और राजू शामिल है। इसमें युवराज सिंह की हालात चिंताजनक बनी हुई है। घायलों को आनन-फानन में इलाज के लिए शहर के सदर अस्पताल भेजा गया है। जहां चारों का इलाज किया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार गंभीर रुप से झुलसे युवराज सिंह को बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर किए जाने की बात कही जा रही है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास के कई घर थर्रा उठें। शहर के घनी आबादी में हुए ब्लास्टिंग की आवाज के बाद इलाके में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। घटना के वक्त भी फैक्ट्री के भीतर लगभग डेढ़ दर्जन से अधिक काॅमर्शियल गैस सिलेंडर रखा गया था। गनीमत रहा कि फैक्ट्री के भीतर रखे गैस सिलेंडर तक आग नहीं पहुंचा। अन्यथा इलाके में किसी बड़ी हादसे से इंकार नहीं किया जा सकता था।
फैक्ट्री में विस्फोट की घटना शाम करीब सात बजे हुआ। घटना के वक्त भी फैक्ट्री में टंकी निर्माण का काम चल रहा था। ब्लास्टिंग की आवाज सुनकर आसपास के लगभग आधा किलोमीटर दूर के लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जुट गई। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार घटना के बाद फैक्ट्री प्रबंधन ने कुछ पल के लिए फैक्ट्री गेट को बंद कर दिया। जानकारी मिलने के बाद नगर थाना प्रभारी रामनारायण चाौधरी पहुंचे। बाद में अग्निशमन विभाग की गाड़ी के साथ एक एंबूलेस भी पहुंचा। एंबूलेस में जख्मी कामगारों को सदर अस्पताल पहुंचाया गया। घटना को मामूली हादसा साबित करने के लिए कवायद शुरु कर दिया गया है। फैक्ट्री मालिक मनीष तर्वे गिरिडीह के एक समाजिक संस्था के सदस्य बताएं जा रहे है। घटना कैसे हुआ इस बावत फैक्ट्री मालिक मनीष तर्वे कुछ भी बोलने से कतरा रहे है। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो जिस वक्त फैक्ट्री के भीतर काम चल रहा था। उसी वक्त तेज आवाज के साथ ब्लास्टिंग वाले स्थल पर गैस पाईप लाईन में शार्टसर्किट के कारण आग लग गई। इसके साथ हीं आग ने भीषण रुप ले लिया। इसके बाद आग पाईप लाईन तक पहुंचा। ब्लास्टिंग की आवाज सुनते ही आसपास रहिवासी डर से घर के बाहर निकल गए। जानकारी के अनुसार पानी टंकी के इस फैक्ट्री में पर्निश समेत कई और ब्रांडेड कंपनियों का टंकी बनाया जाता है। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि घनी आबादी के बीच फैक्ट्री चलाने के लिए फैक्ट्री मालिक को अनुमति कहां से दिया गया।
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