भीषण गर्मी में जल संसाधन विभाग मस्त, जनता बेहाल
गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली जिला के हद में महुआ नगर परिषद क्षेत्र के प्रखंड मुख्यालय परिसर में रहिवासियों को पेयजल संकट से मुक्ति दिलाने के लिए 50 हजार गैलन क्षमता वाले जलमीनार का एक करोड़ 10 लाख की लागत से वर्ष 2011 में निर्माण कराया गया। उक्त जलमीनार को बने 13 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन आज तक यह शुरू नहीं हो पाया है। महुआ क्षेत्र की जनता इसके शुरू होने का अब भी इंतजार कर रही है।
गौरतलब है कि, उक्त जलमीनार के निर्माण के बाद महुआ के आधे भाग में पाइप लाइन का भी काम कराया गया, लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण लंबे समय बीतने के बाद भी रहिवासियों को इस अति महत्वाकांक्षी योजना से लाभ के रूप में एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हुआ। जबकि विभाग द्वारा माेटर पंप चलाने के लिए लाखों रुपये का जेनरेटर भी लगाया गया था, जो झाड़ियों के बीच पड़ा धूल फांक रहा है।
इस संबंध में 13 जून को स्थानीय नगरवासियों ने बताया कि वर्ष 2011 में काफी प्रयास के बाद महुआ वासियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से करोड़ों रुपये खर्च कर जलमीनार का निर्माण कराया गया था। निर्माण कार्य पूरा होने के बाद संवेदक द्वारा मीनार को पीएचईडी विभाग के हवाले कर दिया गया था।
तत्कालीन समय में बिजली की समस्या को देखते हुए लाखों रुपये खर्च कर विभाग ने हाई पावर का जेनरेटर भी खरीद कर लगाया। बाजार के आसपास के इलाकों में पाइप लाइन भी बिछाया गया। लेकिन अभी तक एक बूंद भी पानी नसीब नहीं हुआ। नगर परिषद तथा पीएचडी विभाग जल मिनार चालू नहीं किए जाने का आरोप एक दुसरे पर डाल रहे हैं।
महुआ नगर परिषद क्षेत्र में जलमीनार होने के बाद भी नगर वासियों को भीषण गर्मी में खरीद कर पानी पीने के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं है। महुआ नगरवासी नगर परिषद क्षेत्र में करोड़ों रुपये की लागत से बने जलमीनार से लोगों को आजतक एक बूंद भी पानी नहीं मिला है। महुआ नगरवासियों द्वारा सरकार और नेताओ से इस जल मीनार को चालू कराने का आग्रह करते करते थक गए हैं।
स्थानीय रहिवासियों ने कई बार इसके लिए विभाग के साथ वैशाली के जिलाधिकारी से भी शिकायत की, लेकिन इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं किया गया। इस दौरान कई विधानसभा और लोकसभा चुनाव हुए।
ज्ञात हो कि पूर्व में महुआ विधानसभा से राजद सुप्रीमो के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव विधायक थे। वर्तमान में आरजेडी के ही डॉ मुकेश रौशन विधायक हैं, लेकिन लगता है इनके कार्यकाल में भी महुआ वासियों को इस जलमीनार से पानी नहीं मिलेगा।
जिले के सामाजिक कार्यकर्ता बिनोद यादव ने बताया कि सरकारी अधिकारियों की उदासीनता से जल मीनार से पानी सप्लाई के लिए डाला गया पाइप सब भी टूट गया और मशीन भी जंग लग कर खराब हो गया है। बावजूद इसके आजतक यहां से एक बूंद भी जलापूर्ति नहीं किया जा सका है। ऐसे में यह कहना कहीं से अतिश्योक्ति नहीं होगा कि यहां भीषण गर्मी में जल संसाधन विभाग मस्त और महुआवासी बेहाल है।
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