राहर दियारा राजकीय नलकूप परिसर बना बालू भंडारण गृह
अवैध बालू भंडारण से पर्यावरण पर पड़ रहा प्रतिकूल असर
प्रहरी संवाददाता/सोनपुर (सारण)। सारण जिला के हद में गंगा-गंडक संगम तीर्थ सबलपुर के सभी चार पंचायतों में बालू माफियाओं का साम्राज्य स्थापित हो गया हैं। सड़क हो या सड़क किनारे सुनसान स्थान या फिर रिहायशी इलाका। हर जगह नियमों के विपरीत अवैध ढ़ंग से बालू का भंडारण किया जा रहा है। जिससे आमजनों को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार बालू माफियाओं द्वारा अवैध रूप से जगह जगह बालू भंडारण किये जाने से अब उर्वर भूमि पर सब्जी की नही बल्कि उसके स्थान पर बालू की खेती जगह लेती जा रही है। वन क्षेत्र नष्ट हो रहे हैं। यहां से हरियाली विलुप्त होती जा रही है। पर्यावरण एवं जलवायु पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है।
बताया जाता है कि सोनपुर अंचल के हद में सबलपुर पछियारी पंचायत के पछियारी टोले के निकटवर्ती क्षेत्रों में गंगा नदी से मोटा एवं महीन उजला बालू निकाला जाता है। इस धंधे में बड़ी संख्या में दियारे के गरीब रहिवासी लगे है। खास यह कि इस धंधे में बड़े-बड़े बालू माफिया जुड़े हुए हैं।
इन्हें प्रशासनिक संरक्षण भी प्राप्त है। या यह कहिए कि क्षणिक लाभ के लिए पूरी तरह से बालू माफियाओं के चंगुल में यहां का प्रशासन तंत्र फंसा हुआ है। रात के अंधेरे में पुलिस की गाड़ियां अवैध बालू लोडेड ट्रकों एवं टैक्टरों को अपनी सीमा पार करवाती अक्सर देखी जाती हैं।
गंगा एवं गंडक नदियों से खनन कर निकाले जा रहे बालू से पर्यावरणीय दृष्टि से सबलपुर दियारे पर बड़ा खतरा मंडरा रहा है। बड़े पैमाने पर प्रत्येक वर्ष बाढ़ एवं कटाव से रहिवासी परेशान हैं। बताया जाता है कि बालू की निकासी कर भंडारण वैसे जगहों पर किया जा रहा है जहां पहले सब्जी की खेती होती थी। कभी वहां दिखती थी हरियाली अब हो रही बालू की खेती।
*विद्यालयों के आसपास बालू के भंडारण की हो रही अनदेखी*
बताया जाता है कि सोनपुर-राहरदियर-पछियारी टोला मार्ग पर पछियारी टोला स्थित सरकारी मिडिल स्कूल पूरी तरह तीन ओर से बालू के ढ़ेर के बीच सांस ले रहा है।
इसी सड़क पर नेवल टोला के निकट उत्क्रमित उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय के सामने सड़क के पूर्वी किनारे बालू का ढ़ेर प्रशासन को मुंह चिढ़ा रहा है। इसी तरह इसी सड़क पर राहर दियारे के राजकीय नलकूप परिसर को बालू माफियाओं ने बालू भंडारण स्थल बना दिया है। यह विभाग पूरी तरह गहरी निद्रा में सोई है।
सड़क किनारे की हरियाली हो रही गायब
ध्यान देने योग्य बात यह कि पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग राहर दियर से सबलपुर नया बाजार पथ तक का यहां राजकीय नलकूप परिसर में एक बोर्ड लगा हुआ है। जिस पर लिखा है कि वर्षाकालीन बांस गैबीयन वृक्षारोपण अभियान वर्ष-2020-2021। इस अवधि में इस सड़क के 333 कि.मी. लम्बे भू-भाग में सड़क किनारे 1000 पौधे लगाए गए थे।
इस बोर्ड पर दिघवारा वन क्षेत्र, दिघवारा, सारण वन प्रमंडल छपरा लिखा हुआ है। अब इन बड़े हो रहे पौधों की दुर्दशा देखिए। बालू माफियाओं ने वृक्षों की जड़ों के पास ही या कहिए कि पूरे सड़क मार्ग के किनारे वृक्षारोपण की जगह को बालू भंडारण स्थल के रुप में तब्दील कर दिया है।
ट्रकों एवं ट्रैक्टरों ने बड़ी संख्या में वृक्षों को कुचलकर उनकी जान ले ली जाती रही है। कई लाभकारी वृक्ष बालू की गर्मी बर्दास्त नही करने से सूखते जा रहे हैं।
नियमों का हो रहा यहां घोर उलंघन
सारण जिला खनन विभाग तथा वन क्षेत्र अधिकारियों की उदासीन रवैये के कारण निश्चित रुप से यहां नियमों का घोर उलंघन हो रहा है।आवासीय भवनों, विद्यालयों आदि के आसपास बालू का भंडारण नही होना चाहिए। पर यहां चौक-चौराहा, गली, सड़क के किनारे सभी जगह दिख रहे रेत के विशाल टीले। प्रथम दृष्टि में ऐसे दिखते हैं कि कहीं भूल से मरुभूमि में तो नही आ गए हैं।
ज्ञात हो कि, पिछले आरजेडी-जदयू गठबंधन की सरकार में इस सड़क के पक्कीकरण की मंजूरी मिली थी। पर निर्माण कार्य भाजपा-जदयू सरकार में शुरु हुआ और निर्माण कार्य भी पूर्ण हुआ था।इन सड़कों के निर्माण से सबलपुर के चार पंचायतों के रहिवासियों को बहुत खुशी हुई थी। पर बालू माफियाओं ने इस सड़क की रौनक ही छीन ली है।
बालू लदे ट्रैक्टर एवं ट्रक चालक इस सड़क पर यातायात नियमों का घोर उलंघन करते दिखते हैं। सड़क पर बालू गिराते हैं, फिर लोडर से ट्रक या ट्रैक्टर पर उसे लोड करते हैं। तब तक इस मार्ग पर चलने वाली सवारी गाड़ियां इंतजार करती हैं कि कब कुछ क्षण के लिए उन्हें सड़क से पास होने की जगह मिल जाए।
निश्चित रुप से डोरीगंज के बालू और ट्रकों के काफिले की याद ताजा करा देती है बालू माफियाओं की करतूत। जब सड़क से छोटे वाहन भी निकल नही पाते-जब ऐसी जाम लग जाती है। जाम भी तभी हटती जब टैक्टर और ट्रक वालों की मर्जी होती है। सड़कों पर बालू लोडर से बालू लोड करने की खतरनाक प्रवृति बढ़ी है।
दूसरी ओर खाली ट्रक एवं ट्रैक्टरों की रफ्तार भी खतरनाक हैं।मालूम हो कि इस सड़क पर मध्यवर्ती पंचायत के डीलर अनिल राय को उन्हीं के मुहल्ले के एक ट्रक ने कुचलकर मार दिया था। जबकि पिछले माह इसी पंचायत के एक अन्य व्यक्ति की ट्रैक्टर से कुचलकर जान ले चुका है।
पंचायत भवन एवं शहीद की मूर्ति पर बालू
सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत भवन नया बाजार के निकट बभनटोली में स्थित है। नया बाजार का अधिकांश भू-भाग सबलपुर उत्तरी पंचायत में पड़ता है। शेष भाग सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत के हद में है।
नया बाजार से बभनटोली स्थित पंचायत भवन के निकट जाने वाली एक मात्र सड़क के दोनों तरफ बालू माफियाओं का कब्जा है। बालू लोडेड ट्रकों और ट्रैक्टरों के आवागमन से पक्की सड़क नष्ट हो चुका है। सड़क पर अब सिर्फ बालू ही बालू नजर आता है।
164 total views, 1 views today