रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। लाख कोशिशो के बाद भी बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड क्षेत्र में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा हैं। प्रखंड क्षेत्र में हाथी का कहर अब भी जारी है।
जानकारी के अनुसार कसमार प्रखंड के हद में मुडुलसुदी पंचायत के मुडुल जैहरा नव प्राथमिक विद्यालय में रखा धान, चावल, आलू को बीते 28 फरवरी की रात्रि हाथी ने दरवाजा तोड़कर वहां रखा अनाज खाकर नुकसान पहुंचा दिया।
बताया जाता हैं कि इस पंचायत में करीब पांच दिनों से हाथी का आतंक बढ़ा हुआ है। यह विद्यालय बंद पड़ा था। जिसके कारण उक्त बंद विद्यालय में धान, चावल, आलू रखने का काम किया गया था। हाथी को इसकी भनक मिलने के बाद दरवाजा को तोड़कर आराम से खाने के बाद कुछ को नुकसान पहुंचा दिया गया। इसकी सुचना वन विभाग को दे दिया गया है। हाथी भगाओ दल सक्रिय है, लेकिन एक जगह तो नहीं है ताकि उसे कारगर तरीके से जान माल की क्षति को रोका जा सके।
बताया जाता है कि क्षेत्र के वनों में अवैध लकड़ी की बेतरतीब कटाई के चलते जंगली हाथी का प्रवेश गांव की ओर हो जा रहा है। जानकार रहिवासियों का कहना है कि जंगली हाथी का मुख्य भोजन बांस का पत्ता है, लेकिन जंगल से बांस की कटाई जोर से हो रहा है। कटाई को रोका जाएगा तभी हाथी का प्रवेश गांव में नहीं होगा। जानकारों का कहना है कि इसके बावजूद भी वन क्षेत्र से बांस की कटाई जोरो से हो रही है। वन विभाग अवैध पेड़ो की कटाई पर रोकथाम नहीं कर पा रही है।
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