एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो स्टील टाउनशिप में बिजली चोरी धड़ल्ले से चल रहा है, जबकि झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) द्वारा जिले भर में बिजली चोरी और बकायेदारों के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार जेबीवीएनएल विभाग की टीम बोकारो जिला के अधिकांश गांव और शहरी क्षेत्रों में छापेमारी कर रही है। विभाग द्वारा बकायेदारों को बिल जमा करने का निर्देश दिया जा रहा है। साथ हीं बिजली चोरी करने वालों पर एफआईआर दर्ज की जा रही है। इसके विपरीत जिला मुख्यालय बोकारो स्टील सिटी टाउनशिप में बिजली चोरी करने वाले आराम से जीवन जी रहे हैं।
बताया जाता है कि यहाँ सड़क किनारे होटल से लेकर खटाल में भैंस के लिए भी हीटर जलाये जा रहे हैं, क्योंकि बीएसएल प्रबंधन बिजली चोरी पर एफआईआर दर्ज नहीं करती है। बीएसएल में ईडी से लेकर बिजली विभाग के फील्ड सुपरवाइजर तक सभी मूकदर्शक बने हुए हैं। वहीं उपनगर चास में ताबड़तोड़ छापेमारी तथा भारी जुर्माना वसूला जा रहा है।
पिछले 48 घंटो में चास विद्युत प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता एसडी तिवारी के नेतृत्व में 302 जगहो पर छापेमारी की गई, जिसमें 66 रहिवासियों पर बिजली चोरी का मामला दर्ज कर ₹ 11.02 लाख का जुर्माना लगाया गया। विभाग के चास डिवीजन में 136 जगहो पर कार्यवाई की गयी, जिसमे 24 मामलो मे एफआईआर दर्ज कर ₹ 3.41 लाख जुर्माना वसूला गया।
अन्य डिविजनों में भी सख्त कार्रवाई की गयी है, जिसमें लोयाबाद डिवीजन में 87 जगह पर छापेमारी की गई कर 15 बिजली चोरी के मामले पकड़े गए तथा ₹1.81 लाख का जुर्माना लगाया गया। वहीं तेनुघाट डिवीजन में 79 जगहो पर छापेमारी कर 27 मामलों में एफआईआर दर्ज हुई और रुपया 5.08 लाख का जुर्माना लगाया गया। जेबीवीएनएल की यह कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन स्टील टाउनशिप में बिजली चोरी के मामलो पर कड़ी कार्रवाई की जरूरत है।
जहां एक तरफ जेबीवीएनएल पूरे जिले में बिजली चोरी पर एफआईआर दर्ज कर लाखों के जुर्माने लगा रहा है, वहीं टाउनशिप में अतिक्रमण कर रहने वाले बेखौफ बिजली चोरी कर रहे हैं। यहां बिजली चोरी और सीनाजोरी का ट्रेंड पुराना है।
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