फोटो देख कर ही फुसरो नगर परिषद को मिल जाएगी स्वच्छता पुरस्कार
नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में फुसरो नगर परिषद क्षेत्र में इनदिनों चर्चा है कि यहां बैठकों में समस्याओं पर समाधान को लेकर चर्चा के बजाय केवल जुमलेबाजी किया जाता है। यही कारण है कि नप क्षेत्र में गंदगी का अंबार लगा होने के बावजूद बैठकों में पार्षद मीट-भात से ही संतुष्ट हैं।
जानकारी के अनुसार फुसरो नगर परिषद बोर्ड की बैठक बीते 28 जून के बाद 18 अक्टूबर को हुई। वार्ड पार्षदों ने समस्याओं एवं मानदेय को लेकर बोर्ड की बैठक में जोरदार आवाज उठाने की रिहलसल की थी। पार्षदों को 4 महीने से मानदेय नहीं मिला।
लेकिन बोर्ड (Board) की यह बैठक चर्चित हुई मीट-भात के कारण। चर्चा यह है कि मीट-भात खाने के चक्कर में पार्षद समस्याओं की बात तो दूर अपने मानदेय भुगतान करने की मांग भी नहीं कर सके।
मीट-भात का स्वाद लेने में मस्त पार्षदों ने समस्या समाधान में भी रुचि नहीं दिखाई। कुछ पार्षदों ने कहा कि बैठक में कोई कुछ नहीं बोला, तो वह भी चुप रह गए।
अब रही फुसरो नगर परिषद की स्वच्छता की तो एक फोटो न्यू भागलपुर स्कूल फुसरो के पीछे की शास्त्री नगर सड़क के किनारे जमा कचड़ा, कचड़े के ढेर पर मटरगस्ती करती गौ माता और शौचालय का है।
स्वच्छता सर्वे की टीम जब भी फुसरो नगर का सर्वे करेगा और उसकी नजर जब फोटो वाली जगह पर पड़ेगा तो वहां की सरांघ और बजबजाहट से प्रसन्न हो जाएगी और फुसरो को स्वच्छता के मामले में श्रेष्ठ पुरस्कार देने को विवश हो जाएगी।
ज्ञात हो कि फुसरो नगर परिषद के गठन हुए 13 साल 6 महीने हो गये। अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, वार्ड पार्षद बदल गये। हर अध्यक्ष, उपाध्यक्ष व वार्ड पार्षदों के बीच बड़ा नाला निर्माण को लेकर चर्चा होता रहा।
लेकिन निर्माण कार्य शुरू नहीं हुआ। अब अध्यक्ष महोदय बेरमो के पूर्व विधायक को जिम्मेवार ठहरा रहे है और अपने कर्तव्यों से पीछे भाग रहे है। इससे तो जनता के समस्या का समाधान नहीं होगा।
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