ई-नीलामी से रेलवे को एक करोड़ से अधिक की वार्षिक आय की संभावना
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर रेल मंडल द्वारा अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत सोनपुर स्टेशन का पुनर्विकास एवं आधुनिकीकरण कार्य तीव्र गति से प्रगति पर है। इसी क्रम में स्टेशन परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों में स्थित कुल 532 वाणिज्यिक स्टॉलों के आवंटन के लिए ई-नीलामी का आयोजन किया जा रहा है। यह ई-नीलामी आगामी 25 जून को आईआरईपीएस पोर्टल (www.ireps.gov.in) पर आयोजित होगी। इस ई-नीलामी से रेलवे को एक करोड़ से अधिक की वार्षिक आय होने की संभावना है।
जानकारी के अनुसार रेलवे की इस योजना का मुख्य उद्देश्य स्टेशन की सुंदरता में वृद्धि करना, निष्क्रिय रेलवे भूमि का वाणिज्यिक उपयोग सुनिश्चित करना और रेल मंडल की गैर-किराया राजस्व को सुदृढ़ करना है। साथ ही यात्रियों को बेहतर सेवाएं एवं विभिन्न प्रकार के स्टॉल विकल्प प्रदान किए जाएंगे।
रेलवे के इस पहल से सोनपुर स्टेशन आकर्षक लुक में दिखेगा। साथ हीं यह सुव्यवस्थित एवं आधुनिक स्वरूप में विकसित होगा। रेलवे की निष्क्रिय भूमि का सृजनात्मक व व्यावसायिक उपयोग सुनिश्चित होगा। यात्रियों को विविध श्रेणियों के स्टॉल यथा खाद्य-पेय, पुस्तकें, स्थानीय हस्तशिल्प, इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं इत्यादि उपलब्ध होंगी। बेहतर यात्री अनुभव, सुविधा और खरीदारी के विकल्प सुलभ होंगे।
इस ई-नीलामी से रेलवे को एक करोड़ रुपये से अधिक की वार्षिक आय होने की संभावना है। ई-नीलामी में भाग लेने के लिए आईआरईपीएस पोर्टल (www.ireps.gov.in) पर पंजीकरण अनिवार्य, वैध जीएसटी पंजीकरण, अन्य आवश्यक योग्यताएँ निर्धारित है।
आईआरईपीएस पोर्टल पर उपलब्ध विवरण के अनुसार
यह प्रक्रिया सभी के लिए खुली है। भारतीय रेलवे सभी इच्छुक व्यवसायियों, स्टार्टअप्स और उद्यमियों से आग्रह करता है कि वे इस ई-नीलामी में भाग लें और रेलवे के साथ मिलकर यात्रियों को एक समृद्ध व आधुनिक यात्रा अनुभव प्रदान करने में सहभागी बनें। स्टॉल आवंटन संबंधी जानकारी और शंकाओं के समाधान के लिए प्री-बिड मीटिंग आगामी 18 जून को प्रातः 11 बजे मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय सोनपुर में आयोजित की जाएगी।
सोनपुर मंडल के वित्तीय प्रदर्शन में ऐतिहासिक वृद्धि
सोनपुर रेल मंडल द्वारा गैर-किराया राजस्व में भी अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में ₹24.83 करोड़ की आय हुई थी, जबकि वर्ष 2024-25 में यह बढ़कर ₹34.92 करोड़ हो गई है, जो 46.64 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है। इसी प्रकार, नॉन फेयर रेवेन्यू श्रेणी में भी उल्लेखनीय प्रगति हुई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में ₹3.54 करोड़ की आय की तुलना में वर्ष 2024-25 में ₹4.96 करोड़ की प्राप्ति हुई है, जो 40.11 प्रतिशत अधिक है।
65 total views, 7 views today