विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। बोकारो जिला को हजारीबाग जिला को जोड़नेवाली ढेण्ढें नदी घाट पर पर बना पुल तेज बहाव में पुल के बीचो बीच पीलर नदी में समा गया। पुल के बहने से एक स्थानीय रहिवासी भी लापता बताया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार गोमियां प्रखंड के हद में ललपनिया एवं डुमरी बिहार स्टेशन को जोड़ने वाली ढेंढे घाट बोकारो नदी पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। नदी के तेज बहाव में 3 अगस्त की अहले सुबह पुल बीचो-बीच एक पिलर के साथ बह गया।
स्थानीय रहिवासीयों के अनुसार यह पुल वर्ष 2014 में बनकर तैयार किया गया था। बताया जाता है कि पुल निर्माण कार्य में भारी अनिमियता के कारण ही यह पुल बह गई। उस वक्त के तत्कालीन संबंधित विभाग के अधिकारियों एवं संवेदक पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गयी है।
स्थानीय रहिवासियों के अनुसार जिस वक्त यह घटना घटी, उस वक्त पुल पर तीन जन पार कर रहे थे। अचानक उन्हें आभास हुआ कि पुल गिर रही है। तीन में से दो किसी तरह भागने में सफल रहे, लेकिन एक व्यक्ति 55 वर्षीय भौरी लाल प्रजापति जो खेती कार्य से पुल पार कर रहा था। उस वक्त पुल के साथ वह भी बह गया। जिसका अभी तक कोई अता-पता नहीं चल सका है।
पुल बहने की घटना के बाद स्थानीय रहिवासीयों ने आक्रोशित होकर गोमियां-ललपनिया मुख्य मार्ग को जाम कर दिया। जिससे घंटो सड़क जाम रहा। घटना की सूचना मिलते ही गोमियां विधायक डॉ लंबोदर महतो, बेरमों एसडीएम अशोक कुमार, कार्यपालक दंडाधिकारी प्रवीण कुमार, डीसीएलआर सदानंद महतो, गोमियां बीडीओ महादेव महतो, सीओ प्रदीप महतो, थाना प्रभारी सत्यानंद भोक्ता, भाजपा नेता देवनारायण प्रजापति, समाजसेवी शेखर प्रजापति सहित कई गणमान्य पहुंचे।
प्रशासन के निर्देश पर लापता भौरी लाल प्रजापति को खोजने का एनडीआरएफ टीम को कहा गया। इस अवसर पर गोमियां विधायक की मौजूदगी में पीड़ित परिवार से समझौता वार्ता किया गया। जिसमें आपदा प्रबंधन की ओर से मुआवजा, राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना से तत्काल बीस हजार रुपये, पेंशन, अंबेडकर आवास एवं तकनीकी आधार पर ओएनजीसी से स्थानीय नियोजन की बात की जाएगी। तत्पश्चात् स्थानीय रहिवासियों ने जाम को हटाया।
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