प्रहरी संवाददाता/मुंबई। भारत पेट्रोलियम एंड केमिकल लिमिटिड (बीपीसीएल) की नई नीतियों को लेकर देश के कोने कोने से आने वाली वाहनों के चालकों ने अचानक कंपनी के ऊत्तरी गेट पर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। इस बात की सूचना मिलते ही आरसीएफ पुलिस स्टेशन के वरिष्ठ अधिकारी राजेश कुमार गाठे दल बल के साथ मौके पर पहुंचे और बिगड़ते हालात को नियंत्रण में कर लिया। चूंकि औधोगिक क्षेत्र होने के कारण यह इलाका बेहद संवेदनशील है।
मिली जानकारी के अनुसार आरसीएफ पुलिस स्टेशन
की हद में आने वाले बीपीसीएल के उत्तरी गेट पर एलपीजी, सीएनजी आदि गैस और डीजल पेट्रोल ढोने वाली भारी वाहनों के चालकों ने धरना प्रदर्शन करने के साथ साथ भूख हड़ताल करने की चेतावनी दे दी। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि बीपीसीएल कंपनी द्वारा शुरू की गई नई क्यूआर कोड प्रणाली के कारण वाहन में ईंधन भरने में चार से पांच घंटे अधिक लगते हैं। लेकिन कंपनी के अधिकारियों द्वारा अलग अलग नीति अपनाई जाती है।
इतना ही नहीं हमारे साथ भाषा को लेकर भी नजर अंदाज किया जाता है। बीपीसीएल व उसके इस रवैये के कारण बिना अनाज पानी के हम लोगों को घंटों कतार में रहना पड़ता है। लेकिन यहां के साहब लोग ध्यान ही नहीं देते, इसी के विरोध में हम लोगों ने फैसला किया है कि हम सभी इस नीति का विरोध करेंगे।
गौरतलब है कि देश के विभिन्न राज्यों से मुंबई के बीपीसीएल रिफाईनरी में लोडिंग के लिए आते हैं। और अलग अलग ज्वलंत पदार्थों को सड़क मार्ग से एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचते हैं। वाहन चालकों के कहना है कि हम लोग अपनी जान को जोखिम में डाल कर दिन रात मेहनत करते हैं, और यहां के बाबू लोग अपना कानून बताने लगते हैं। जबकि देश का बच्चा बच्चा जनता है कि सभी वाहन चालक शिक्षित नहीं होते। बावजूद इसके कंपनी वाले हर रोज अपने लाभ के लिए नियमों में बदलाव करते रहते हैं।
बहरहाल मौके पर पहुंचे आरसीएफ पुलिस के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक राजेश कुमार गाठे और पर्यवेक्षक तडवी तुरंत मौके पर पहुंचे और बीपीसीएल प्रबंधन और वाहन चालक के साथ घंटो बातचीत कर समझौता कराया। समझौते के अनुसार अब वाहन में लोडिंग में हो रही देरी को दूर किया जाएगा।
Tegs: #Drivers-demonstrated-after-rcf-police-agreement
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