दृष्टिहीनों की दुर्दशा देख बनी नेत्र रोग चिकित्सक-डॉ श्रुति

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बचपन से समाज के प्रति मेरी सोंच रही है। दृष्टिहीनों की दुर्दशा देखकर मैंने नेत्र रोग चिकित्सक बनने की सोंच के तहत नेत्र चिकित्सक बन पायी हूँ, क्योंकि दृष्टि मानव जीवन की वास्तविकता तथा सांसारिक स्थितियों का दर्शन कराता है। उक्त बातें प्रसिद्ध नेत्र चिकित्सक डॉ श्रुति सरकार ने 9 अप्रैल को एक भेंट में कही।

ज्ञात हो कि, डॉ श्रुति बोकारो जिला के हद में बेरमो अनुमंडलिय अस्पताल फुसरो में डीएमएफटी अनुबंधित चिकित्सक कार्यरत हैं। यहां के बाद समय निकालकर डॉ श्रुति पेटरवार स्थित जगजीवन जी महाराज चक्षु चिकित्सालय में निःस्वार्थ भाव से सेवा कार्य करती रही है।

जगजीवन जी महाराज चिकित्सालय में एक भेंट में डॉ श्रुति ने कहा कि उनके पिता डॉ एस. के. सरकार सेल के भिलाई में चिकित्सक थे। इसलिए उनका शुरु से चिकित्सक बनने के प्रति रुझान था। उनका बचपन भिलाई में हीं बिता। वहीं से उन्होंने प्रारंभिक तथा स्कूली शिक्षा प्राप्त कर मेडिकल कॉलेज कोलकाता से पढ़ाई पुरी कर वर्ष 2018 से इस पेशे में हैं।

उन्होंने बताया कि बचपन में जब वे किसी दृष्टिहीन को देखती थी, तब उसे ठीक करने की इच्छा दिल में जागृत होता था, ताकि वो भी मेरी तरह स्वयं तथा दुसरो को देख सके। इसी ख्याल का मन में घर करने के कारण वे नेत्र चिकित्सक बनी।

ज्ञात हो कि पेटरवार-गोमियां मुख्य पथ पर स्थित जगजीवन जी महाराज चक्षु चिकित्सालय द्वारा पिछले 40 वर्षो से अनवरत नेत्र रोगियों का इलाज व् सेवा कार्य किया जा रहा है। उक्त अस्पताल में प्रत्येक मंगलवार, शुक्रवार तथा रविवार को विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा आये मरीजों की नेत्र जांच की जाती है। जांच में जो भी मोतियाबिंद ग्रसित पाये जाते है, उनका इस अस्पताल में हीं निःशुल्क ऑपरेशन, रहने तथा खानपान की व्यवस्था की जाती है।

अस्पताल के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि डॉ श्रुति सरकार द्वारा 9 अप्रैल को 122 रोगियों की नेत्र जांच तथा इलाज किया गया। इस नेक कार्य में उन्हें उक्त अस्पताल में सेवारत सुधीर चौहान, भुनेश्वर महतो, बंटी कुमार, रिंकू नायक, नर्स मंजु लकड़ा, ललिता देवी, प्रीति देवी के अलावा कौशल किशोर महतो, शशि करमाली, बबलू कुमार महतो सहयोग करते देखे गये।

उन्होंने बताया कि बीते 8 अप्रैल को प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ सर्जन डॉ प्रीतिश प्रणय द्वारा इस अस्पताल में 24 मोतियाबिंद ग्रसित रोगियों का सफल ऑपरेशन किया गया है।

अस्पताल के प्रबंधक राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि पूज्य तपस्वी जगजीवन जी महाराज चक्षु चिकित्सालय के संस्थापक पूज्य जयंत मुनी जी महाराज की शिष्या साध्वी दर्शना जी तथा साध्वी स्वाति जी के के दिशा निर्देश में उक्त अस्पताल संचालित है। उन्होंने बताया कि जगजीवन जी महाराज ट्रस्ट के ट्रस्टी शांतिलाल जैन, प्रवीण भाई पारेख, बिपिन भीमानी तथा दिलेश भायानी की देखरेख में यह अस्पताल संचालित है।

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