लैंगिक भेदभाव के लिए बदलाव जरूरी-डॉ कुमार

ममता सिन्हा/तेनुघाट(बोकारो)। स्वयं सेवी संस्था रुपायणी द्वारा बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में महिला जागरूकता को लेकर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस कड़ी में 16 दिवसीय महिला हिंसा विरोधी रोकथाम के तहत जेंडर भेदभाव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
“राष्ट्रीय एक साथ अभियान” कार्यक्रम के तहत “सेंटर फॉर हेल्थ एंड सोशल जस्टिस” मित्रा नई दिल्ली एवं रूपायनी की ओर से बोकारो जिला के पेटरवार प्रखंड अंतर्गत चांपी, खेतको, उलगड्डा पंचायत के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में 16 दिवसीय महिला हिंसा विरोधी रोकथाम के तहत जेंडर भेदभाव, महिला किशोरियों पर हो रहे हिंसाओ के रोकथाम में पुरुष एवं लड़कों की भागीदारी और पहल पर समानता साथी समूह अपना सार्थक भूमिका निभा रहे हैं। इस अवसर पर समूह द्वारा सामुदायिक बैठक, दीवाल लेखन आदि करने के साथ-साथ तेनुघाट में स्त्री पुरुष समानता एवं समानता साथियों की भूमिका पर एक परिचर्चा बैठक किया गया। जिसे संबोधित करते हुए युवा साथी, समानता साथी समूह के शशि कुमार, पी मरांडी, लखन लाल आदि ने “महिला किशोरी हिंसा की रोकथाम” में समुदाय एवं समाज में व्याप्त कुरीतियों, महिला किशोरी विरोधी सामाजिक मापदंडों के खिलाफ जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ खुद को जागरूक रखने की बात पर बल दिया। साथ ही छोटी सोच बड़ी बदलाव की नीति को अमल करने की बात कही।
इस अवसर पर समानता साथी समूह के वरिष्ठ साथी एवं रूपायनी के सचिव डॉ सी ए कुमार ने कहा खुद की व्यवहार में बदलाव लाओ समाज समुदाय में खुद-ब-खुद बदलाव की बयार बहेगी। मानसिक सोच समझ और व्यवहार में बदलाव से महिला किशोरियों के प्रति लोगों में सम्मान समानता स्त्री पुरुष समन्वय की भावना जागृत होगी, जिससे समाज में बदलाव आएगा। इस अवसर पर उपस्थित महिला कार्यकर्ता पूनम देवी ने कहा कि महिला हिंसा मुक्त समाज के निर्माण के लिए व्यापक जागरूकता स्त्री पुरुष की भागीदारी की जरूरत है। मौके पर रविंद्र कुमार, लक्ष्मण रविदास, सुरजन मरांडी, बसंत कुमार, राजीव आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन 10 दिसंबर को किया जाएगा।

 398 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *