ग्यारह सदस्यीय संयोजन समिति के आध्यक्ष चुने गये अलाउद्दीन
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के योगिया मठ कबीर आश्रम के पास 13 फरवरी को कृषक मो. अलाउद्दीन की अध्यक्षता, किसान महासभा के ब्रहमदेव प्रसाद सिंह के पर्यवेक्षण एवं भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, माले नेता मनोज सिंह के आतिथ्य में किसानों की बैठक का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर उपस्थित किसानों ने कृषि से संबंधित योजनाओं की जानकारी किसानों को नहीं देने का आरोप किसान सलाहकार पर लगाते हुए सुधार करने की मांग की।
किसानों ने बताया कि आधारपुर, भेरोखड़ा एवं ताजपुर के सीमा पर स्थित इस क्षेत्र के किसानों को न केसीसी मिला और न ही किसान रजिस्ट्रेशन, फसल क्षति मुआवजा या प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ही मिला। किसान अपने रहमो-करम पर जीवित है।
अपने शोषण के खिलाफ संघर्ष करने को तैयार दर्जनों किसानों ने अखिल भारतीय किसान महासभा की सदस्यता ली। मौके पर 11 सदस्यीय योगियामठ संयुक्त संयोजन कमिटी का गठन किया गया। जिसमें बतौर सदस्य मो. कलाम, मलितर राम, मो. नौशाद, मो. इब्राहिम, ढ़ोराई साह, योगेंद्र साह, मो. अब्बास आदि सदस्य चुने गये। यहां मो. अलाउद्दीन को संयोजक चुना गया।
किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने एक सप्ताह के अंदर किसान योजनाओं से वंचित किसानों को किसान रजिस्ट्रेशन, प्रधानमंत्री सम्मान निधि योजना आदि में आवेदन कराने का लक्ष्य निर्धारित किया।
माले प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि तिरहुत गंडक नहर परियोजना, भारत माला 6 लेन सड़क परियोजना, दीधा- ताजपुर- दरभंगा 4 लेन सड़क निर्माण योजना आदि में किसानों का शोषण किया जा रहा है। कहीं किसानों को पुराने दर पर मुआवजा जबरन देने की कोशिश की जा रही है, तो कहीं मालगुजारी देने के बाबजूद किसानों के पेड़- पौधे को ठेकेदार जबरदस्ती काटकर ले जा रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि योजना का कहीं भी प्राक्कलन बोर्ड नहीं है। अधिकारी या निर्माण एजेंसी न नक्शा का फोटो स्टेट दे रहे हैं और न ही मुआवजा उठाव का कोई प्रमाणित कागजात दिखा रहे है। उन्होंने किसानों के शोषण नहीं रूकने पर जल्दी ही सीओ एवं जिलाधिकारी के समक्ष धरना- प्रदर्शन करने की घोषणा की।
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