सोनपुर में 250 एकड़ भूमि चिन्हित करने के लिए सीओ को कार्रवाई का निर्देश
प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिले में भविष्य में औद्योगिक विकास के लिए महत्वपूर्ण परियोजनाओं के लिए भू-अर्जन को लेकर जिलाधिकारी (डीएम) अमन समीर की अध्यक्षता में 20 अगस्त को बैठक का आयोजन किया गया।
सारण जिला मुख्यालय छपरा स्थित डीएम कार्यालय कक्ष में संपन्न बैठक में निर्देश दिया गया कि भारत माला परियोजना, राम-जानकी पथ परियोजना के लिये भू-अर्जन की प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिये सभी संबंधित अंचलाधिकारी सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
बैठक में डीएम समीर ने कहा कि उद्योगों के विकास के लिए जमीन की उपलब्धता एक महत्वपूर्ण अवयव है। उन्होंने सारण जिला में भविष्य में औद्योगिक विकास के उद्देश्य से सोनपुर में 250 एकड़ जमीन चिन्हित करने के लिए सीओ को कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
सारण जिला में क्रियान्वित की जा रही एवं प्रस्तावित विभिन्न परियोजनाओं के लिए भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से डीएम द्वारा आयोजित उक्त बैठक में अपर समाहर्त्ता, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, राजस्व शाखा प्रभारी, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी भूमि सुधार उप समाहर्त्ता एवं अंचलाधिकारी जुड़े थे।
बैठक में डीएम समीर ने स्पष्ट कहा कि जिला में चार बाईपास सड़कों यथा छपरा बाईपास, रिविलगंज बाईपास, अमनौर बाईपास एवं गड़खा बाईपास निर्माण का क्रियान्वयन कराया जा रहा है।सभी संबंधित अंचलाधिकारी जिला भू-अर्जन कार्यालय के समन्वय से उपरोक्त सभी परियोजनाओं के लिये भू अर्जन की प्रक्रिया को शीघ्रता से पूर्ण करने में सक्रिय सहयोग देंगे।
इसी तरह बैठक में सारण जिला के हद में मकेर, नगरा, रिविलगंज, पानापुर एवं इसुआपुर में नये प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन के निर्माण के लिए संबंधित अंचलाधिकारियों को प्राथमिकता से तीन-चार उपयुक्त स्थल चिन्हित करने का निर्देश दिया गया। कहा गया कि जहां सरकारी भूमि उपलब्ध नहीं होगी, वहां भू-अर्जन के माध्यम से जमीन ली जायेगी।
इसके लिए अंचलाधिकारी उपयुक्त स्थल चिन्हित करें। कहा गया कि अपर समाहर्त्ता की अध्यक्षता में एसडीओ एवं डीसीएलआर की एक समिति सभी चिन्हित स्थलों का भ्रमण कर उपयुक्त स्थल का प्रस्ताव देंगे।
बैठक में डीएम द्वारा कहा गया कि प्रमंडलीय मुख्यालय में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का निर्माण किया जाना है, इसके लिये भी कुछ स्थल चिन्हित किये गये हैं। भूमि सुधार उपसमाहर्त्ता सदर सभी चिन्हित जमीन की तुलनात्मक विवरणी विभिन्न महत्वपूर्ण पैरा-मीटर के आधार पर तैयार करेंगे। इसके बाद जो जमीन सबसे उपयुक्त पाई जायेगी, उसे फाइनल किया जायेगा।
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