रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। बोकारो जिला उपायुक्त के निर्देश पर गठित जिला धावा दल ने 29 अगस्त को चार बाल श्रमिकों को विमुक्त कराया। श्रम विभाग तथा जिला धावा दल के नेतृत्व में चास बाजार के गुड्डू चिकन से 2, त्रिमूर्ति लाइट से एक तथा त्रिमूर्ति बैग दुकान से एक बाल श्रमिक को विमुक्त कराया गया। जिला धावा दल का नेतृत्व श्रम अधीक्षक बोकारो रंजीत कुमार कर रहे थे।
इस अवसर पर श्रम अधीक्षक ने कहा कि बाल मजदूरी कराना कानूनन अपराध है। इसके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि बोकारो जिले में बाल मजदूरी तथा बाल तस्करी को रोकने के लिए अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि बाल शोषण के मामले की जानकारी कोई भी जिला टास्क फोर्स को दे सकता है। उसपर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया की रेस्क्यू किए गए बाल श्रमिको को बाल कल्याण समिति बोकारो के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसे बाल गृह चास भेजा जा रहा है।
छापामारी के दौरान श्रम अधीक्षक के अलावा श्रम विभाग से अखलाक अहमद, संतोष चौधरी, सहयोगिनी के गौतम सागर, फुलेंद्र रविदास, अनिल कुमार हेंब्रम तथा चाइल्ड लाइन से प्रीति कुमारी शामिल थी।
इस अवसर पर सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर ने कहा कि जस्ट राइट फॉर चिल्ड्रन तथा बचपन बचाओ आंदोलन के साथ मिलकर संस्था पूरे बोकारो जिले में बाल मजदूरी तथा बाल तस्करी को लेकर सघन कार्य कर रही है।
उन्होंने अपील करते हुए कहा कि जिले में बाल तस्करी तथा बाल मजदूरी के किसी भी प्रकार के मामले की सूचना टोल फ्री नंबर या टास्क फोर्स को दिया जा सकता है। इस दौरान सभी बाल श्रमिकों को बाल कल्याण समिति के प्रीति प्रसाद, प्रगति शंकर, रेनू रंजना तथा रजी अहमद के निर्देश पर सहयोग विलेज चास भेज दिया गया है।
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