निरीक्षण में चटुआग के प्रधानाध्यापक और टीचर पाये गये अनुपस्थित
अनाथ बच्चों के मामले को जिप उपाध्यक्ष और कामता पंसस ने उठाया था
एस. पी. सक्सेना/लातेहार (झारखंड)। लातेहार के जिला शिक्षा अधीक्षक कविता खलखो 17 जनवरी को जिला के हद में चंदवा प्रखंड के सुदूरवर्ती चटुआग और हुटाप गांव पहुंची।
जानकारी के अनुसार जिला शिक्षा अधीक्षक खलखो सबसे पहले कामता पंचायत के ग्राम चटुआग की स्व. राजकुमार गंझु के घर पहुंची। जहां स्व. गंझु के दो अनाथ बच्चों निशा कुमारी उम्र 11, अरविंद गंझु 13 वर्ष से मुलाकात कर वस्तुस्थिति जानकारी ली।
अनाथ बच्चों ने डीएसई को बताया कि उसके पिता की मौत कामता स्कूल के पास बज्रपात की चपेट मे आने से हो गई है। करीब एक वर्ष के बाद मामा के घर पर बिमारी से माँ का भी निधन हो गया। उसके बाद हम दोनों भाई बहन की पढ़ाई परहैया टोला उत्क्रमित विद्यालय में हो रही है। उसकी बुढ़ी दादी फुलो देवी किसी तरह उसे पाल रही हैं। स्कूल में पढ़ाई के संबंध में पूछे जाने पर बताया कि पढ़ाई ठीक तरह से होती है।
अनाथ बच्चों की आपबीती सुनकर डीएसई भावुक हो गईं। उन्होंने कहा कि बच्ची को कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में नामांकन के लिए प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही नामांकन करा दिया जाएगा। साथ ही उन्होंने सरकार की ओर से मिलने वाले सुविधा दिलाने की बात कही।
इसके बाद डीएसई खलखो ने उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय चटुआग का औचक निरीक्षण किया। यहां विद्यालय के प्रधानाध्यापक विनोद राम और शिक्षक अजीत कुमार बिना पूर्व सूचना अनुपस्थित पाये गये। डीएसई ने जब गायब टीचरों के बारे में पुछताछ की तो पहले बताया गया कि छुट्टी पर हैं। छुट्टी का आवेदन मांगने पर सहयोगी शिक्षकों ने चुप्पी साध ली।
डीएसई ने शिक्षिका रुपाली सुमन से गायब टीचरों के बारे में रिपोर्ट मांगी है। यहां बच्चों को बोरा में बैठकर पढ़ते देख डीएसई ने निर्देश दिया कि जबतक डेस्क बेंच नहीं खरीद लिया जाता, तबतक दरी खरीकर कर दरी में बिठाकर बच्चों को पढ़ाएं।
इसके बाद डीएसई ने हुटाप गांव के अनाथ बच्चों रुबी कुमारी और सोनी कुमारी से उत्क्रमित उच्च विद्यालय हुटाप में मुलाकात की तथा सरकारी सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। उन्होंने स्कूल का भी निरीक्षण किया। निरिक्षण के पश्चात उन्होंने शिक्षकों को आवश्यक निर्देश दिए। डीएसई खलखो ने इस अवसर पर चंदवा स्थित मीडिल स्कूल का भी निरीक्षण कर पढ़ाई के संबध में बच्चों से पुछताछ की।
टिचऱों को बच्चों की पढ़ाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिया।
गौरतलब है कि हुटाप के अनाथ बच्चों को सुविधाओं के लिए जिला परिषद उपाध्यक्ष अनीता देवी और चटुआग के अनाथ बच्चों की बदहाली के मामले को कामता के पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने उठाते हुए उन्हें सरकारी मदद देने की मांग की थी। इसके बाद मामले को गंभीरता से लेते हुए जिला शिक्षा अधिकारी उक्त गांव पहुंचकर अनाथ बच्चों से मिलकर मामले से अवगत हुई हैं। डीएसई के निरीक्षण के दौरान कामता पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने अनाथ बच्चों की स्थिति के बारे में उन्हें विस्तार से बताया। साथ ही कहा कि ये सभी अनाथ बच्चे हैं।
इन बच्चों की कस्तुरबा आवासीय विद्यालय में नांमाकन होने से इनका भविष्य उज्जवल हो जाएंगे। सरकारी सुविधाएं मिलने से इनका जीवन बेहतर होगी। जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा अनाथ बच्चों की सुधि लिए जाने से ग्रामीणों में आस जगी है कि अब उन अनाथ बच्चों के जीवन यापन व् शिक्षा में सुधार होगा। स्कूल का निरीक्षण किए जाने से शिक्षा व्यवस्था में सुधार आएगा।
86 total views, 1 views today