श्रमिक नेताओं के आग्रह को जीएम ने दिखाया ठेंगा
नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। यूं तो संपूर्ण सीसीएल में काम करने वाले ठेका मजदूरों को दुर्गा पूजा का बोनस नहीं मिला है। लेकिन अन्य सुविधाएं बीएंडके क्षेत्र के अलावे कुछ क्षेत्रों में उपलब्ध होने की बात कही जा रही है।
यूनियन द्वारा ठेका मजदूरों के बोनस दिए जाने की मांग को प्रबंधन ने विचारार्थ रखा था, जबकि अबतक उन मांगो को कोई अहमियत नहीं दिया जाना ठेका श्रमिकों के लिए चिंता का विषय है।
ज्ञातव्य हो कि, नियमानुसार सीसीएल के ठेका मजदूरों को बोनस के साथ अन्य सुविधाएं कंपनी के जारी सर्कुलर के मुताबिक प्रति मजदुर फार्म बी में नाम दर्ज है। फार्म डी में हाजिरी, आई कार्ड, मेडिकल सुविघा, आठ घंटे काम, माह में 26 दिन काम करने पर 30 दिन का वेतन, सुरक्षा सामग्री सहित अन्य सुविधाएं संवेदक को देना है।
लेकिन संवेदक से 8 घंटे की बजाय 12 घंटे काम लिया जा रहा है। सप्ताहिक छुट्टी किसी को नहीं दिया जाता है, जो श्रम कानून का उल्लंघन है। इसकी जानकारी श्रमिक संगठन की ओर से सीसीएल बीएंडके क्षेत्र के महाप्रबंधक एम के राव को कई बार दी गई। लेकिन जीएम राव ने इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं की है।
सूत्रों का कहना है कि जीएम राव की सेवानिवृत्ति की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे वे श्रमिक हितों के संरक्षण के प्रति उदासीन होते जा रहे हैं। वही दूसरी ओर क्षेत्र के अधिकांश विभागों में भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोल रहा है। कुछ संवेदको का कहना है कि ठेका की कुल राशि का 40 प्रतिशत बतौर कमीशन देना पड़ता है। यह बात संवेदक खुलेआम कहने लगे हैं।
इस मामले में जीएम राव के कानों तक शायद यह बात नहीं पहुंच रही है। वैसे राव की गिनती एक कर्मठ और ईमानदार पदाधिकारी के रूप में होती है। लेकिन उनकी स्थिति पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जैसी लगने लगा है। मनमोहन सिंह काफी ईमानदार थे। उन पर कोई आरोप नहीं लगा। लेकिन उनके कार्यकाल में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड टूट गया।
ठेका मजदूरों ने महाप्रबंधक एम के राव (Genral manager MK Rao) से आग्रह किया है कि जाते-जाते उनका वाजिब हक दिलवाने का काम करवा दें, ताकि उनलोगों को अपने परिवार का परवरिश करने में सहूलियत हो सके।
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