मृत्युंजय कुमार/उजियारपुर (समस्तीपुर)। अपराध अनुसंधान विभाग के पुलिस उप महानिरीक्षक गरिमा मलिक एवं समस्तीपुर के पुलिस अधीक्षक हृदयकान्त द्वारा 12 मई को संयुक्त रूप से अपराध गोष्ठी में सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, थानाध्यक्ष शामिल हुए।
अपराध गोष्ठी में सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी एवं थानाध्यक्ष को शराब बरामदगी हेतु छापामारी करने, शराब पीने वालों को पकड़कर नियमानुसार कार्रवाई करने, शराब पीने वालों से शराब बरामदगी हेतु गहन पूछताछ करने, लंबित गंभीर कांडों में गिरफ्तारी कर यथाशीघ्र निष्पादित करने, आदि।
सम्पत्ति मूलक कांडों में गिरफ्तार अपराधियों की पंजी बनाने, जेल से छूटे अपराधियों को थानाध्यक्ष सभी पुलिस पदाधिकारियों को पंचायत बांटकर उस पर निगरानी रखने, चोरी के कांडों में पकड़ाये अपराधी की सूचना आस-पास के थाना एवं उसके निवास स्थान के थाना को भी सूचित करने, 10 वर्षो से पुराने कांडों को सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, आदि।
अंचल निरीक्षक को स्वयं थाना पर जाकर लंबित कांडों की समीक्षा कर अविलंब निष्पादन करने, वारंट, कुर्की, इश्तेहार का पंजी संधारित करने तथा निष्पादित करने, गंभीर कांड, जिसमें वैज्ञानिक अनुसंधान, आदि।
डॉग स्कॉर्ड की आवश्यकता पर जांच कराने तथा कांडों का निष्पादन प्रतिवेदित से तीन गुणा करने का निर्देश दिया गया। मौके पर मुख्यालय डीएसपी अमित कुमार सिंह समेत ज़िला के सभी थानाध्यक्ष एवं अंचल पुलिस निरीक्षक मौजूद थे।
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