रंजन वर्माकसमार (बोकारो)। मुसीबत का दूसरा नाम बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड का ग्रामीण इलाका है। जहां न तो यातायात के समुचित साधन है और न ही उपयुक्त सड़के। जिसके कारण आजादी के 75 वर्ष बाद भी यह प्रखंड विकास से कोसो दूर है।
जानकारी के अनुसार कसमार प्रखंड का महत्वपूर्ण सड़क मरम्मत के अभाव पर दम तोड़ रहा है। बताया जाता है कि कसमार प्रखंड के हद में चंडीपुर से भगतबोहा तक जर्ज़र सड़क पर चलना इन दिनों आम राहगीरों तथा छोटे वाहन के लिए मुश्किल हो गया है।
ज्ञात हो कि, इस सड़क पर प्रत्येक दिन हजारों राहगीर आवागमन करते है। आधे घंटे का दुरी को एक घंटा पहुँचने में लगता है। इस पथ पर आयेदिन दुर्घटना से अबतक कई राहगीर चोटील हो गए है।
खासकर बरसात के दिनों में इस सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं होता है। जहाँ तहां गड्ढा में पानी भरा हुआ रहता है। इस सड़क को मरमत कराने के लिए सम्बंधित विभाग के पदाधिकारी ध्यान नहीं दे रहे है। इसके चलते यह महत्वपूर्ण सड़क काफ़ी जर्ज़र हो चुका है।
137 total views, 1 views today