मुश्ताक खान/मुंबई। महाशिवरात्रि (Mahashivratri) के पावन अवसर पर शिवभक्तों ने उपवास किया और भगवान शिव के दर्शन किये। वाशीनाका स्थित मैसूर कॉलोनी (Mysore Colony) मोनो रेलवे से सटे ममता दीप हाइट्स परिसर में 70 के दशक में स्व. भास्कर हिराजी गावंड ने इस शिव मंदिर की स्थापना की थी।
उनकी मृत्यू के बाद सुचित रमाकांत गावंड (Ramakant gavand) इसकी देख रेख करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन भक्त शिवजी की पूरे मन से पूजा-अर्चना और आराधना करते हैं। वहीं लड़कियां महाशिवरात्री के दिन भगवान शिव का व्रत रखती हैं, ताकि उन्हें अच्छे और योग्य वर की प्राप्ति हो, शिवजी की पूजा लड़के भी बड़े चाव से करते हैं।
मिली जानकारी के अनुसार वाशीनाका के इस शिव मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। इस शिव मंदिर में वाशीनाका, महुल, भारत नगर, गडकरी खान, विष्णुनगर आदि क्षेत्रों के श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मुंबई सहित (Including Mumbai) पूरा देश में बाबा भोलेनाथ की जय-जय कार से वायुमंडल भी भक्ति मय हो जाता है।
इतना ही नहीं इसका असर विदेशों में भी देखा जा रहा है। बताया जाता है कि भोलेनाथ के भक्तों के लिए महाशिवरात्री का दिन किसी महापर्व से कम नहीं होता। महाशिवरात्रि के दिन भक्त शिवजी की पूरे मन से पूजा-अर्चना करते हैं।
मान्यताओं के अनुसार जो लड़कियां महाशिवरात्री के दिन भगवान शिव का व्रत रखती हैं उन्हें अच्छे और योग्य वर की प्राप्ति होती है। हालांकि, शिवजी की पूजा लड़के भी बड़े चाव से करते हैं। शिवरात्री के दिन हरा रंग पहनना सबसे शुभ माना जाता है। कहा जाता है कि इस दिन हरा पहनने वालों से भोलेनाथ प्रसन्न होते हैं।
हरे रंग के सूती कपड़ों के अलावा लाल, सफेद, पीला और संतरी रंग पहनना भी शुभ माना जाता है। महाशिवरात्रि पर काले रंग के कपड़ों को पहनना पूरी तरह वर्जित किया गया है। कहा जाता है कि काले रंग के कपड़े शिव जी को बिलकुल पसंद नहीं हैं। लड़कों का इस दिन धोती पहनना और भी शुभ माना जाता है।
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