प्रहरी संवाददाता/बोकारो। शारदीय नवरात्र के शष्टी तिथि 11 अक्टूबर को बोकारो जिला (Bokaro District) के हद में दर्जनों पूजा पंडालो में बिराजमान माँ दुर्गा का पट एकसाथ खोल दिया गया। श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर माँ का पहला दर्शन कर विधि-विधान से पूजा किया।
जानकारी के अनुसार कथारा के विभिन्न स्थानों पर आयोजित दुर्गा पूजा को लेकर माँ दुर्गा का पट खुलने के साथ हीं श्रद्धालुओं द्वारा दर्शन पूजा अर्चना किया गया।
इस अवसर पर बेरमो अनुमंडल प्रशासन (Administration) द्वारा निर्धारित सादगी के साथ पर्व का आयोजन को लेकर समिति के सदस्यों द्वारा पूरी सतर्कता बरतने का कार्य किया जा रहा था।
पूजन कार्य के दौरान किसी प्रकार की वैसी गतिविधि जिससे राज्य शासन द्वारा निर्धारित नियम की अनदेखी होती हो, उस परिस्थिति से बचने का प्रयास करते हुए समिति के पदाधिकारी दिखे। वही परिसर में भीड़ की स्थिति नही हो, इसे लेकर बोलन्टियर काफी सजग दिखे।
कथारा दो नंबर मुख्य चौक और बांध कालौनी में दुर्गा पूजा के पर्व का आयोजन को लेकर मूर्ति स्थापित किया गया है। जबकि कथारा शिव मंदिर के समीप पूजा पंडाल में सांकेतिक प्रतिमा बनाया गया है।
यहाँ विधान के अनुरूप पट खुलने का कार्य हुआ। कथारा दो नंबर मंडप में पूजन कार्य के लिए आसनशोल से पहुंचे पुजारी झूंटू मुखर्जी और लालटो मुखर्जी द्वारा विधिवत मंत्रोच्चार कर पूजा कराया गया। वही मंदिर के पुरोहित गुप्तेश्वर पांडेय, रवि पांडेय और अश्वनी उर्फ सोनू पांडेय द्वारा पूजा कार्य में सहयोग किया गया।
इस अवसर पर कथारा दो नंबर दुर्गा पूजा समिति के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल की परिस्थिति की वजह से अनुमंडल प्रशासन द्वारा विभिन्न प्रकार के एहतियातन निर्देश दिए गए हैं।
उसी अनुरूप पर्व का आयोजन करने का प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि समिति की पूरी कोशिश है कि सादगी के साथ पर्व संपन्न करवाया जाए।
इस अवसर पर बीके शर्मा, वरीय प्रबंधक उमेश कुमार, भामस नेता दिलीप कुमार, एमएन सिंह, उपेन्द्र सिंह, समाजसेवी रूपलाल यादव, बालदेव यादव, राकोमसं नेता वेदव्यास चौबे, आर आर मेहता, अरबिंद सिंह, तपेश्वर चौहान, कमल कांत सिंह,आदि।
युवा कांग्रेस नेता विजय यादव, संतोष सिन्हा, राकेश कुमार, देवेंद्र यादव, देवाशीष आस, सुदीप मंडल, अमनदीप सिंह, सुजीत मिश्रा, शशि कुमार, रवि कुमार, आशीष गोस्वामी, मोनू, छोटू, राम कुमार मिश्रा, गंगा नायक आदि गणमान्य रहिवासी मुख्य रूप से उपस्थित थे।
329 total views, 1 views today