ममता सिन्हा/तेनुघाट(बोकारो)। कोरोना संक्रमण एवं सरकार के गाइड लाइन (Government guide line) के बाद छट व्रतधारी अपने अपने घर पर ही (Fasting at his own home) 20 नवंबर को भगवान सूर्यदेव को संध्या अर्ध्य दिए। व्रतधारियों द्वारा अपने अपने घरों के आंगन, बाग, छत पर गड्ढे खोदकर, ईंटे घेरकर जलकुंड का निर्माण किया। जिस जलकुंड में व्रतधारी शाम को अस्त होते सूर्यदेव को अर्ध्य दिए।
छठ पर्व के अवसर पर ब्रतधारी जलकुंड के परिवार के सदस्यों ने खड़े होकर अस्त होते भगवान सूर्यदेव को अर्ध्य दिए। वहीं व्रतधारी उस जलकुंड में उतर कर अस्ताचलगामी सूर्यदेव की पूजा अर्चना की। व्रतधारी रीथी विश्वनाथन ने बताई कि कोरोना के समय की लापरवाही का खमियाजा लोगों को भुगतना पड़ा था। गाइड लाइन का पालन नहीं करने से कोरोना की रफ्तार में काफी तेजी आई थी। इसलिए सारी बातें को ध्यान में रखते हुए अपने हमने अपने घर पर जलकुंड बनाकर भगवान सूर्यदेव को अर्ध्य दे रहे हैं। साथ ही भगवान से प्रार्थना किए कि कोरोना जल्द समाप्त हो जाए। अगली बार हम सभी मिल जुलकर एक साथ छठ पर्व की पूजा अर्चना करेंगे। इसी प्रकार तेनुघाट और आसपास अन्य कई जगहों पर रहिवासियों ने घर पर ही जलकुंड बनाकर सूर्यदेव को अर्ध्य दिया।
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