प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में सोनपुर प्रखंड क्षेत्र के गोविंदचक त्रिभुवन सिंह चौक के समीप स्थित श्रीराम जानकी मंदिर से सटे भूमि पर लावारिश एवं असहाय पशुओं की सुरक्षा संरक्षा के लिए पशु संरक्षण केंद्र खोला गया है। इस पशु संरक्षण केंद्र में बीमार और जख्मी पशुओं का ईलाज भी कराया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार वर्तमान में यहां 15 बछड़ा का पालन किया जा रहा है। जिसका कोई देखभाल करने वाला नहीं था। उक्त पशु संरक्षण केंद्र एवं सेवा कार्य को सोनपुर के अखबार विक्रेता एवं पत्रकार एस पी सिंह अंजाम दे रहे हैं। जिन्होंने सड़क पर घूम रहे आवारा पशुओं के लिए उचित दाना पानी की व्यवस्था करने का संकल्प लिया है।
भीषण शीतलहर और ठंड में भी सुबह 05 बजे से दिन 03 बजे तक सिंह कभी साईकिल तो कभी मोटरसाइकिल से लगभग 30 से 40 किलोमीटर की दूरी तक पाठकों को हर रोज ताजा खबर पढ़ाने वाले पत्रकार एसपी सिंह बचपन से ही पशु प्रेमी रहे है।
क्षेत्र में भटक रहे बीमार, जख्मी तथा लावारिस गाय, बछड़े आदि को खोज-खोज कर अपने केंद्र में पनाह देने के लिए वे दिन रात एक किए हुए हैं। अपनी मेहनत की कमाई के पैसे से इनके लिए दवा के साथ-साथ समुचित आहार की व्यवस्था करते हैं।
ज्ञात हो कि, सिंह पशुशाला की खुद साफ सफाई करते हैं और पशुओं को स्वयं अपने हाथों से चारा और दाना खिलाते हैं। इस संबंध में पूछने पर सिंह बताते हैं कि उनके यहां ऐसे पशु भी पनाह में हैं जो अमानवीयता के शिकार हुए हैं।
ऐसे जख्मी पशुओं को केन्द्र में लाकर भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार मंडल के द्वारा उसका समुचित इलाज करा रहे हैं। सिंह ने आम पशुपालकों से आग्रह किया है कि बूढ़ी, असहाय गाय या बछड़े को लावारिस हालत में न छोड़ें तथा पशु संरक्षण केंद्र में पहुंचाने का कष्ट करें।
पत्रकार सिंह की सोंच है कि अपने लिए तो सब कोई काम करता है, लेकिन मैं दूसरे के लिए कुछ कर सकूं। खासकर पशुओं के लिए। पशु संरक्षण केंद्र का भव्य रुप से विस्तार हो इसके लिए उन्होंने आमजनों के साथ साथ राज्य के मुख्यमंत्री, पशुपालन मंत्री, सारण के जिलाधिकारी, सोनपुर के अनुमंडल पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, प्रथम वर्गीय पशु चिकित्सालय सोनपुर को पत्र लिखकर सहयोग की अपील की है।
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