एक्शन प्लान बनाकर गोमियां को आदर्श प्रखंड बनाएं-उपायुक्त

प्रखंड सभागार में ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी कम चिंतन शिविर का आयोजन

विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत गोमियां प्रखंड के सर्वागिन विकास को लेकर 12 सितंबर को प्रखंड सभागार में ब्लॉक डेवलपमेंट स्ट्रेटजी कम चिंतन शिविर का आयोजन किया गया।

शिविर का संचालन गोमियां बीडीओ कपिल कुमार ने किया। शिविर में बोकारो जिला उपायुक्त कुलदीप चौधरी, गोमियां विधायक डॉ लंबोदर महतो, जिला परिषद अध्यक्ष सुनीता देवी, उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री, प्रखंड के सभी पंचायतों के मुखिया एवं विभिन्न विभागों के जिला व् प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।

चिंतन शिविर में उपायुक्त चौधरी ने कहा कि देश के वैसे प्रखंड जिनका किसी कारणवश अपेक्षित विकास नहीं हुआ है। उन्हें आकांक्षी प्रखंड कार्यक्रम के तहत चिन्हित किया गया है। पूरे देश में ऐसे 500 प्रखंडों का चयन किया गया है। प्रदेश में ऐसे कुल 34 प्रखंड है।

जिसमें बोकारो जिले का गोमियां प्रखंड भी शामिल है। उन्होंने कहा कि हम सबों को मिलकर कड़ी मेहनत करने की आवश्यकता है, ताकि गोमियां प्रखंड भी जिले के शेष अन्य प्रखंडों के साथ खड़ा होकर एक आदर्श प्रखंड बन सके। डीसी ने कहा कि प्रखंड में होने वाले कार्यों की निगरानी राज्य एवं केंद्र स्तर से नियमित होगी।

साथ ही अन्य आकांक्षी प्रखंडों से भी गोमियां प्रखंड की प्रतिमाह तुलना की जाएगी, ताकि प्रतिस्पर्धा की भावना से प्रखंड स्तर पर बेहतर कार्य हो। उन्होंने कहा कि इस शिविर के माध्यम से हमें स्वयं आकलन करना है कि कहां हम छूट गए, पिछड़ गए। कैसे हम उसमें सुधार करेंगे। कहा कि प्रखंड स्तर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी लीडर की भूमिका में रहेंगे।

वहीं पंचायत स्तर पर मुखिया लीडर की भूमिका में रहेंगे। आप सबों के सहयोग के लिए सभी विभागों के प्रखंड एवं जिला स्तर के पदाधिकारी समन्वय के साथ काम करेंगे। उपायुक्त चौधरी ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से एक्सन प्लान बनाकर काम करना है।

उन्होंने बताया कि प्रखंड में 36 पंचायत एवं 136 गांव है। जिसमें 302 आंगनबाड़ी केंद्र एवं 221 स्कूल है। प्रथम चरण में वैसे आंगनबाड़ी केंद्रों को चिन्हित करें, जिनका अपना भवन नहीं है। जिला स्तर पर ऐसे केंद्रों के लिए खनन क्षेत्र में डीएमएफएटी मद से केंद्र भवन का निर्माण कराया जाएगा।

शेष क्षेत्रों में विभागीय स्तर से पहल कर आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया जाएगा। आंगनबाड़ी केंद्रों में एएनसी कीट द्वारा धातृ महिलाओं की बेसिक स्वास्थ्य जांच की सुविधा केंद्र स्तर पर ही उपलब्ध होगी। इसी तरह प्रखंड के शत-प्रतिशत प्लस टू विद्यालयों में चाहरदिवारी एवं आवश्यकतानुरूप अतिरिक्त वर्ग कक्षा का निर्माण कराया जाएगा।

साथ ही, साइंस लैब, आइटीसी लैब को सक्रिय किया जाएगा। प्रखंड के शेष एएनएम कर्मियों को भी दूरस्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्कूटी दिया जाएगा। उन्होंने ग्रामीण सड़कों की कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए पंचायत से पंचायत, पंचायत से प्रखंड एवं प्रखंड से जिला स्तर के लिए सड़क अथवा वैकल्पिक सड़क आदि निर्माण को लेकर आवश्यकतानुरूप प्रस्ताव तैयार करने को कहा।

उपायुक्त ने सभी मुखिया एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को विचार-विमर्श कर सभी क्षेत्रों जिन पर कार्य किया जाना है उसका प्लान तैयार कर प्रखंड एवं प्रखंड से जिला को समर्पित करने का निर्देश दिया, ताकि उस पर निर्णय लेकर जल्द काम शुरू किया जा सके। उन्होंने पंचायतों को सक्रिय करने की बात कहीं, ताकि ज्यादा से ज्यादा कार्यों का निष्पादन पंचायत स्तर पर ही संभव हो सके। प्रखंड एवं पंचायत स्तर पर निगरानी व्यवस्था को सुदृढ़ करने पर उन्होंने जोर दिया।

विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि ऐसे कार्यक्रमो से विकास का दरवाजा खुलेगा। उन्होंने गोमियां प्रखंड के सुदुरवर्ती क्षेत्र झुमरा पहाड़ एवं चतरो चट्टी से विकास कार्य प्रारंभ करने की बात कही। कहा कि प्रखंड में संचालित स्वास्थ्य केंद्रों की हालत खराब है। कहा कि स्वास्थ्य केंद्र में सुधार लाने की जरूरत है। उन्होंने विकास कार्य में संबंधित पंचायत के मुखिया को सहयोग करने की बात कही।

उप विकास आयुक्त कीर्तीश्री ने गोमियां प्रखंड के आकांक्षी प्रखंड के रूप में चिन्हित होने एवं इसके समग्र विकास को लेकर किए जाने वाले कार्यों के संबंध में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि गोमियां को शेष प्रखंडों से आगे लाने एवं आदर्श प्रखंड के रूप में स्थापित करने में मुखियाजनों की अहम भूमिका है। कहा कि हमें गांवों को समृद्ध करना है। गांव समृद्ध होने से पंचायत एवं पंचायत समृद्ध होने से प्रखंड और प्रखंड समृद्ध होने से जिला समृद्ध होगा।

इससे पूर्व, पीरामल फांडेशन की टीम द्वारा मुखिया एवं अन्य अधिकारियों को आकांक्षी प्रखंड के संबंध में पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से बताया। इसकी निगरानी को लेकर नीति आयोग द्वारा निर्धारित आयाम क्रमशः स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि और जल संसाधन, बुनियादी ढ़ांचा एवं वित्तीय समावेशन और कौशल विकास के संबंध में बताया।

इस दौरान कई पंचायतों के मुखिया ने अपनी बातें साझा की। प्रशासन के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने एवं उपलब्ध संसाधन में बेहतर करने की बात कहीं। मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार ने प्रखंड क्षेत्र में अब तक किए गए कार्यों की संक्षिप्त जानकारी सबों के बीच साझा की। कहा कि प्रखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी पिछले कुछ वर्षों में बेहतर कार्य हुआ है। इसके अलावा हमें अभी बहुत कुछ करना है।

मौके पर अंचलाधिकारी संदीप अनुराग टोप्पो, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, पीरामल फाउंडेशन के डिस्ट्रिक्ट लीड राबीन राज, प्रोग्राम लीडर पोलोमी सिंह राय, बसंत कुमार, बीस सूत्री अध्यक्ष लुदु मांझी, सीडीपीओ अलका रानी, डॉ जितेंद्र कुमार, डॉ सुरेश कुमार, विनय गुरु, मुखिया महादेव महतो, अंशु कुमारी, शांति देवी, पार्वती देवी, मो. रियाज, अनार कली, विनोद विश्वकर्मा, विभिन्न विभागों के जिला एवं प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

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