एस.पी.सक्सेना/देवघर(झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त (Deoghar district deputy commissioner) मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में 11 जनवरी को समाहरणालय सभागार से *#TalkToDC* ऑनलाइन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान जिले के सभी दसों प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी व 70 से अधिक सीएससी केंद्रों के माध्यम से जिले के विभिन्न पंचायत के लोगों ने उपायुक्त से ऑनलाइन मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया। इस दौरान ऑन द स्पाॅट कई लोगों की समस्याओं का समाधान उपायुक्त द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त द्वारा प्रखंड वार तरीके से उपस्थित लगभग सभी लोगों से एक-एक कर उनकी समस्याएँ सुनी गयी एवं संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारियों को निदेशित किया गया कि आम जनता से सभी शिकायतों की जल्द से जल्द जाँच कराते हुए निश्चित समय अवधि में शिकायतों का समाधान किया जाए। कार्यक्रम के माध्यम से सभी शिकायतकर्ता की समस्या को सुनने के पश्चात उपायुक्त मंजुनाथ भजंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को कड़े शब्दों में निदेशित किया गया कि सभी आवेदनों का भौतिक सत्यापन कर समस्याओं का समाधान जल्द से जल्द करें। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इन शिकायतों पर त्वरित कार्रवाई करते हुए एक सप्ताह के अंदर अपना प्रतिपुष्टि उपायुक्त कार्यालय को समर्पित करे, ताकि शिकायतों के निष्पादन की प्रक्रिया पुरी तरह से पारदर्शी रहे। साथ हीं सभी सीएससी केन्द्र संचालकों को उपायुक्त ने निदेशित किया कि आने वाले लोगों से जुड़ी समस्याओं के आवेदन को संग्रहित करते हुए उपायुक्त कार्यालय को भेजना सुनिश्चित करें।
टाॅक टू डीसी कार्यक्रम के दौरान वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन एवं दिव्यांग पेंशन से जुड़े मामलों पर संज्ञान लेते हुए जिला पंचायती राज पदाधिकारी परमेश्वर मुण्डा एवं सभी प्रखंडों के बीडीओ को निदेशित किया कि प्रखंड स्तर कैम्प का आयेाजन कर प्राथमिकता के आधार पर सुयोग्य श्रेणी के पेंशनधारियों का नियमानुसार 31 जनवरी तक पेंशन पोर्टल में शत प्रतिशत प्रविष्ट करना सुनिश्चित करें, ताकि 18,628 सुयोग्य लाभुकों को पेंशन योजना से जोड़ा जा सके।
जमीन से जुड़े मामलों पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त भजंत्री ने मौके पर स्ट्राईकिंग कमिटि को भेज कर आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि अवैध तरीके से जमीनों पर कब्जा करने वाले या फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीनों का अतिक्रमण करने वाले लोगों के विरूद्ध कार्रवाई हेतु स्ट्राईकिंग कमिटि का गठन किया गया है। इस हेतु अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, एजीपी व एपीपी की सदस्यता वाली कमिटि बनायी गयी है, ताकि फर्जी तरीके से काम करने वाले लोगों के विरूद्ध जांच करते हुए आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। किसी भी जमीन पर कब्जे और सरकारी भूमि के अतिक्रमण की शिकायत मिलेगी मजिस्ट्रेट पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच जायेंगे। मामले की पड़ताल करेंगे, राजस्व अधिकारी से जानकारी प्राप्त कर इसकी रिपोर्ट उपायुक्त को सौपेंगे, ताकि जमीन माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाये।
कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों से बातचीत करते हुए उपायुक्त भजंत्री ने साइबर अपराध को लेकर सभी से अपील करते हुए कहा कि तकनीक बढ़ने के साथ हीं साइबर क्राइम भी तेजी से पैर पसार रहा है। अक्सर किसी का एटीएम कोड पूछकर ऑनलाइन खरीदी कर ली जाती है। कभी किसी के ई-मेल, सोशल वेबसाइट का पासवर्ड हैक कर परेशान किया जाता है। पिछले कुछ समय में ऑनलाइन फ्रॉड का ग्राफ तेजी से बढ़ा है, जिसमें खासे पढ़े-लिखे लोग भी चिकनी-चुपड़ी बातों में आकर ठगे जा रहे हैं। ऐसे में आवश्यक है कि यदि किसी व्यक्ति का काॅल आपके मोबाईल पर आये और वह व्यक्ति स्वयं को बैंक का प्रबंधक या कर्मी बतलाकर आपके खाता एवं एटीएम लाॅक होने, अपडेट कराने आदि की बात बोलकर आपके खाते से संबंधित गुप्त जानकारी यथा-आपका खाता संख्या, एटीएम कार्ड संख्या, पिन संख्या, सीबीसी संख्या, ओटीपी, आधार संख्या या पैन संख्या के बारे में जानकारी मांगता है तो ऐसे व्यक्तियों को अपने बैंक खाता से संबंधित उपरोक्त विवरणी की जानकारी न दें। इस प्रकार के फोन करने वाले व्यक्ति का मोबाईल नम्बर आदि की जानकारी अपने क्षेत्र के नजदीकी थाना अथवा 100 डायल कर पुलिस को अवश्य दें ताकि वे सूचना प्राप्त कर इस पर त्वरित कार्रवाई कर सकें। बैंक द्वारा कभी भी फोन कर उपरोक्त जानकारी नहीं पूछी जाती है। साइबर अपराध से बचने का मूलमंत्र है जागरूकता। जैसे हम असली दुनिया में खुद की सुरक्षा का ध्यान रखते हैं, ठीक उसी तरह वर्चुअल वर्ल्ड (काल्पनिक दुनियां) में भी खुद को सुरक्षित रखने के लिए सावधानी जरूरी है। कई बार लोग अनजाने में साइबर क्राइम कर बैठते हैं या इसका शिकार हो जाते हैं। अगर हम इसके प्रति जागरूक होंगे तो न इससे हमें, न ही समाज को कोई नुकसान होगा।
कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि हरेक सोमवार को पंचायत स्तर में समस्याओं के समाधान हेतु *#TalkToDC* कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। सभी से आग्रह होगा कि वैसे लोग जो कोरोना काल में अपनी शिकायत जिला प्रशासन तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं, वैसे लोगों को जागरूक करें, ताकि सभी लोगों की समस्याओं को दूर किया जा सके। उपायुक्त ने संबंधित अधिकारियों एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी, सीएससी मैनेजर को निदेशित किया कि कार्यक्रम को लेकर लोगों को जागरूक करें, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों की समस्याओं का समाधान किया जा सके।
कार्यक्रम के पश्चात उपायुक्त ने सभी लोगों का कार्यक्रम से जुड़ने हेतु आभार प्रकट किया। साथ हीं प्रज्ञा केन्द्र संचालकों को उनके जिम्मेवारियों से अवगत कराते हुए आने वाले फरयादियों के आवेदन को संग्रहित कर उपायुक्त कार्यालय भेजने का निदेश दिया। इस दौरान उपरोक्त के अलावे जिला पंचायती राज पदाधिकारी परमेश्वर मुण्डा, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी राजीव रंजन, जिला जनशिकायत कोषांग के प्रतिनियुक्त अधिकारी डाॅ सुनील तिवारी, डाॅ सत्येन्द्र, सहायक जन सम्पर्क पदाधिकारी रोहित कुमार विद्यार्थी, सीएससी मैनेजर सत्यम कुमार एवं नगर निगम, आपूर्ति, मनरेगा, कृषि, पीएम आवास व संबंधित विभाग के अधिकारी कर्मी आदि उपस्थित थे।
236 total views, 1 views today