मिशन इंनद्रधनुश के तहत किये जाने वाले कार्यों को लेकर उपायुक्त ने अधिकारियों को दिये निर्देश एस.पी.सक्सेना/देवघर(झारखंड)। देवघर जिला उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री (Deoghar District Deputy commissioner Manjunath Bhajantri) की अध्यक्षता में 5 फरवरी को मिशन इन्द्रधनुष को लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक नगर निगम सभागार में की गई। इस दौरान उपयुक्त द्वारा मिशन इन्द्रधनुष के तहत किये जाने वाले कार्यों को लेकर स्वास्थ्य विभाग एवं जिला समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ जमीनी स्तर पर सही व गुणवतापूर्ण तरीके से कार्य करने का निदेश दिया। जिससे कि मिशन इन्द्रधनुष के तहत जिले के सभी छुटे हुए बच्चों व गर्भवती महिलाओं को सफलता पूर्वक टीकाकृत किया जा सके। के लिए कई आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री द्वारा जानकारी दी गयी कि आगामी 22 फरवरी से जिले में सघन मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम के तहत नियमित प्रतिरक्षण से वंचित जन्म से दो वर्ष तक के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं को टीका दिया जाएगा। ऐसे में आवश्यक है कि संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मी मिशन इन्द्रधनुष को सफल बनाने में अपना पूर्ण योगदान दें, ताकि जिले के शत प्रतिशत बच्चो के टीकाकरण लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके। इस दौरान उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि जिन भी बच्चों का टीकाकरण किसी कारणवश अभी तक नहीं हुआ है उनका टीकाकरण करना अवश्यक है। साथ हीं जिन बच्चों का जन्म घर में हुआ हो या जिले से बाहर हुआ हो ऐसे बच्चों का सर्वे सभी प्रखंड के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को एएनएम, स्वास्थ्य सहिया के माध्यम से शत प्रतिशत कराने का निदेश संबंधित अधिकारियों को दिया।
समीक्षा के क्रम में उपायुक्त भजंत्री ने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि कार्यक्रम का व्यापक प्रचार-प्रसार कोविड नियमों का अनुपालन करते हुए इन्द्रधनुष कार्यक्रम को सफल बनाने में शत प्रतिशत अपना योगदान सभी सुनिश्चित करें। साथ हीं कार्य में कोताही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मियों को सख्त चेतावनी के साथ कड़ी कार्रवाई किये जाने की बात उपायुक्त ने कही।
बैठक के दौरान विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए उपायुक्त ने कन्या भ्रूण हत्या को लेकर कहा कि वर्तमान में देवघर जिला अन्तर्गत घटते लिंगानुपात को देखते हुए हम सभी को मिलजुल कर बेहतर तरीके से कार्य करने की आवश्यकता है, ताकि इस घटते आंकड़े को रोकते हुए इसे बेहतर बनाया जा सके। आज के समय में अल्ट्रासाउंड जांच में गर्भस्थ शिशु के ‘‘लिंग‘‘ की जांच करने और कराने के खिलाफ लोगों में जागरूकता फैलाना अतिआवश्यक है। ऐसे में जरूरत है कि हम सभी मिलजुल कर कन्या भ्रूण हत्या जैसी कुप्रथा को दूर करते हुए ऐसा करने वाले लोगों को चिन्हित करने का प्रयास करें। जिसमें आप सभी के साथ पूरे जिलावासियों का सहयोग आपेक्षित है। बैठक के दौरान उपरोक्त के अलावे जिला सिविल सर्जन डाॅ एस के मेहरोत्रा, नगर आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल, डब्ल्यूएचओ प्रतिनिधि ध्रुव महाजन, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी कनक कुमारी तिर्की, अस्पताल उपाधीक्षक डॉ मंजूला मुर्मू, यक्ष्मा पदाधिकारी डाॅ विभू, सभी प्रखंडों के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, चिकित्सक व संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मी उपस्थित थे।
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