वीडियो कांफ्रेंसिंग कर उपायुक्त ने विभिन्न धर्मगुरुओं के साथ की बैठक

कोरोना महामारी किसी जात समुदाय या उम्र को नहीं पहचानती-उपायुक्त
एस.पी.सक्सेना/देवघर (झारखंड)। देवघर जिले (Deoghar Distric) में शत प्रतिशत वैक्सीनेशन व कोविड नियमों के अनुपालन को लेकर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में सभी धर्म के धर्मगुरुओं के साथ 29 मई को वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने जिले के सभी शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों के धर्मगुरुओं का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि कोरोना महामारी किसी जात समुदाय या उम्र को नहीं पहचानती है। यह किसी को भी हो सकती है। इससे बचने का एकमात्र उपाय सुरक्षा, सावधानी, कोविड का टीका एवं कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन ही है।
बैठक के दौरान उपायुक्त भजंत्री ने वर्तमान स्थिति, संभावित तीसरे लहर, कोरोना संक्रमण के रोकथाम, वैक्सीनेशन को लेकर जागरूकता और आने वाले समय में कैसे बेहतर तरीके से लोग स्वस्थ्य व सुरक्षित जीवनयापन कर सके इस पर विस्तृत चर्चा करते हुए सभी धर्मगुरुओं द्वारा दिए गए सुझावों से अवगत हुए। साथ ही पंडा धर्मरक्षणी के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज के अलावा आलम गिर अंसारी, हिदायत अशरफ, संजय पंडित ने कहा कि कोरोना के टीका के संदर्भ में सोशल मीडिया पर कोविड वैक्सीन के बारे में अफवाह फैलाने वालों के ख़िलाफ़ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। बैठक में सभी धर्म के धर्मगुरुओं ने अपने समाज में लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करते हुए स्वयं भी वैक्सीन लगवाने और लोगों को वैक्सीन के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से समाज के साथ सभी जानकारियों को साझा करने का आश्वासन दिया। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा सभी को कोविड से बचाव, लक्षण, रोकथाम, इलाज, होम आइसोलेशन, चिकित्सकों द्वारा दी गई सलाह, राज्य सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी आवश्यक गाइडलाइन के अलावा प्रतिरोधक क्षमता को बनाये रखने से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई।
वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने देवघर जिला के हद में शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में कोविड वैक्सिन के प्रथम डोज, द्वितीय डोज, कोरोना संक्रमण व वैक्सिनेशन को लेकर जागरूकता के अलावा कोविड नियमों का शत प्रतिशत अनुपालन, साफ-सफाई व कोविड रोकथाम के विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि वर्तमान में भारत में स्‍तनपान कराने वाली महिलाओं को टीका लगाने की छूट दी गई है। मगर गर्भवती महिलाओं को वैक्‍सीन नहीं दी जा रही है। उपायुक्त भजंत्री ने कहा कि आप सभी धर्मों के गुरु आने वाली पीढ़ी हमारे बच्चे व समाज के आधार स्तम्ब है। ऐसे में लोगों को जागरूक और सतर्क करने में आप सभी की भूमिका अति महत्वपूर्ण है। वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में सावधानी और सतर्कता के साथ कोविड नियमों का अनुपालन, वैक्सीनशन अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में देश के कई राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को लेकर सभी को अपने स्तर से स्वस्थ समाज की परिकल्पना में सहयोग करें। उपायुक्त ने लोगों को वैक्सिन दिये जाने की प्रक्रिया से अवगत कराते हुए कहा कि ऐसे लोगों को चिन्ह्ति करते हुए उनका निबंधन वैक्सीनेशन के लिए कराना सुनिश्चित करें, ताकि संक्रमण की चैन को तोड़ा जा सके। उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गई कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड नियमों के शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने के अलावा लोगों को सतर्क और जागरूक करने की कड़ी को मजबूत करने के उद्देश्य से व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए है। जिसमे सभी धर्मगुरु भी जुड़ जाए। इसमें पहले से अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी एवं संबंधित थानों के थाना प्रभारी, जनप्रतिनिधि, पंचायत स्तर के कर्मी को जोड़ा गया है, ताकि 194 पंचायत में वैक्सीनशन, कोविड टेस्टिंग, स्वास्थ्य व्यवस्था की निगरानी के साथ पंचायत स्तर की आवश्यकताओं को त्वरित गति से पूरा किया जा सके। उपायुक्त ने कोविड टीका से जुड़ी विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि वैक्सीन किसी को कोई बीमारी नहीं देती। बल्कि आपके शरीर के इम्यून सिस्टम को उस संक्रमण की पहचान करना और उससे लड़ना सिखाती है, जिसके ख़िलाफ़ सुरक्षा देने के लिए उस वैक्सीन को तैयार किया गया है। वैक्सीन के बाद कुछ लोगों को हल्के लक्षण झेलने पड़ सकते हैं। ये कोई बीमारी नहीं होती, बल्कि वैक्सीन के प्रति शरीर की प्रतिक्रिया होती है। दस में से एक व्यक्ति को सामान्य रिएक्शन हो सकता है। आम तौर पर कुछ दिन में ठीक हो जाता है। जैसे – बांह में दर्द होना, सरदर्द या बुख़ार होना, ठंड लगना, थकान होना, बीमार और कमज़ोरी महसूस करना, सिर चकराना, मांसपेशियों में दर्द महसूस होना। अगर किसी को पहले कोरोना संक्रमण हो चुका है तो भी उन्हें वैक्सीन दी जा सकती है। परंतु तीन महीने के अंतराल पर टीका उन्हें भी दिया जा सकता है। अगर सभी को वैक्सीन लग जाती है तो इस बात के वैज्ञानिक सबूत और अन्य देशों में टीकाकरण से संक्रमणों से सबसे अच्छा बचाव है।
इस दौरान बैठक में उपरोक्त के अलावा प्रभारी पदाधिकारी, बाबा बैद्यनाथ मंदिर अध्यक्ष, महामंत्री, पण्डा धर्मरक्षिणी सभा, शहरी व ग्रामीण क्षेत्र के विभिन्न धर्मों के धर्मगुरु, सभी प्रखंडों के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, सभी थाना प्रभारी एवं संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

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